कांग्रेस में नेतृत्व पर जारी असमंजस के बीच प्रियंका ने दिए भविष्य के संकेत

राजनीति में डटे रहते हुए अपनी जगह बनाने का संदेश प्रियंका ने बड़ी चतुराई से दक्षिण अफ्रीका के महान नेता नेल्सन मंडेला को उनकी जयंती पर एक ट्वीट के जरिए याद करते हुए दिया।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 18 Jul 2019 09:36 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jul 2019 09:36 PM (IST)
कांग्रेस में नेतृत्व पर जारी असमंजस के बीच प्रियंका ने दिए भविष्य के संकेत
कांग्रेस में नेतृत्व पर जारी असमंजस के बीच प्रियंका ने दिए भविष्य के संकेत

नई दिल्ली, संजय मिश्र। कांग्रेस में नये अध्यक्ष की तलाश पर जारी असमंजस के बीच प्रियंका गांधी वाड्रा ने भविष्य में पार्टी में अपनी राजनीतिक भूमिका और दावेदारी का बड़ा संकेत दे दिया है। प्रियंका ने नेल्सन मंडेला के हवाले से इशारों में साफ कर दिया है कि राजनीति जहां उनके मिजाज में है तो सियासत में अपनी जगह बनाने का इरादा भी दृढ़।

बेशक प्रियंका इस समय कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी के उत्तराधिकारी की दौड़ में शामिल नहीं हैं मगर उनके इस संकेत से पार्टी के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं में उम्मीद और उत्साह का संचार होना तय है जो पार्टी की कमान प्रियंका को सौंपने की आवाज उठाने लगे हैं।

राजनीति में डटे रहते हुए अपनी जगह बनाने का संदेश प्रियंका ने बड़ी चतुराई से दक्षिण अफ्रीका के महान नेता नेल्सन मंडेला को उनकी जयंती पर एक ट्वीट के जरिए याद करते हुए दिया। इस ट्वीट में मंडेला के साथ 18 साल पुरानी एक निजी खुशनुमा तस्वीर साझा करते हुए प्रियंका ने कहा कि दुनिया को नेल्सन मंडेला जैसी शख्सियत की आज के समय में पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है। उनका जीवन सत्य, प्रेम और आजादी की मिसाल है।

इसी ट्वीट के दूसरे हिस्से में प्रियंका ने मंडेला से आत्मीय लगाव के साथ अपने राजनीतिक मिजाज का खुला संदेश देते हुए कहा है कि 'मेरे लिए वे अंकल नेल्सन थे जिन्होंने कोई और कहे इससे पहले ही कह दिया था कि मुझे राजनीति में होना चाहिए। वे हमेशा मेरे प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक रहेंगे।'

राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद नेतृत्व के संकट से जूझ रही कांग्रेस के बेचैन नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए प्रियंका का यह संदेश भविष्य की संजीवनी से कम नहीं माना जाएगा।

प्रियंका का यह संदेश पार्टी के इस नाजुक दौर में इसलिए भी बेहद अहम माना जा रहा क्योंकि उन्होंने राजनीति से कदम पीछे नहीं खींचने का इरादा ऐसे समय में जाहिर किया है जब राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा।

राहुल ने 25 मई को कार्यसमिति की बैठक में चुनावी हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा देने के साथ ही साफ कर दिया था कि पार्टी को उनके उत्तराधिकारी के तौर पर किसी गैर गांधी को ही चुनना पड़ेगा। इस वजह से राहुल के इस्तीफे के डेढ़ महीने तक चुप रहने के बाद अध्यक्ष के नाम पर सहमति नहीं बनने से बेचैन पार्टी नेताओं ने बीते दो-तीन दिनों से प्रियंका को कमान सौंपने की आवाज उठानी शुरू कर दी है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, अनिल शास्त्री के अलावा पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने सार्वजनिक रुप से कहा है कि पार्टी के नाजुक संकट के इस दौर में प्रियंका को कांग्रेस की कमान थामना चाहिए।

कांग्रेस के भीतर से उठनी शुरू हुई इन आवाजों के बीच मंडेला की स्मृतियों के सहारे अपने राजनीतिक के स्वाभाविक मिजाज के बारे में प्रियंका की टिप्पणी के गंभीर दूरगामी सियासी मायने तो हैं ही। कांग्रेस महासचिव ने इस ट्वीट में मंडेला के साथ जो तस्वीर साझा की है उसमें महान दक्षिणी अफ्रीकी नेता प्रियंका के साथ उनके बेटे को गोद में लिए दुलार रहे हैं। प्रियंका ने इसी कड़ी में एक दूसरा ट्वीट कर बताया कि यह तस्वीर 2001 की है और मंडेला उनके बेटे की फैंसी टोपी देख हर्षित हो रहे हैं।

कांग्रेस की राजनीतिक वापसी के लिए पार्टी में जिस तरह नये उर्जावान नेतृत्व की वकालत हो रही है उस कसौटी पर प्रियंका पूरी तरह फिट बैठती हैं। खास बात यह है कि राहुल के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की कमान युवा और करिश्माई नेतृत्व को सौंपे जाने की वकालत सबसे पहले पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शामिल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की थी।

कैप्टन अमरिंदर के इस बयान के मायने हैं क्योंकि वे पार्टी के वरिष्ठ नेता ही नहीं राजीव गांधी से दोस्ती के चलते गांधी परिवार के पुराने मित्र भी हैं। हालांकि कैप्टन ने युवा नेतृत्व के लिए किसी नाम की ओर इशारा नहीं किया था मगर प्रभावशाली और करिश्माई चेहरे की उनकी कसौटी के हिसाब से प्रियंका मुफीद बैठती हैं।

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