जानिए, कैसे होती है अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के मंदिर में दिन में तीन बार पूजा
स्वच्छता को महात्मा गांधी ने अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया था। स्वच्छता का संदेश देने के लिए भक्त पखवाड़े में एक बार मंदिर की सफाई स्वयं करते हैं।
मंगलुरु, एएनआइ। बहुत कम लोगों को पता होगा कि हमेशा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख देने वाले महात्मा गांधी का देश में कहीं मंदिर भी बना है। यह मंदिर कर्नाटक के मंगलुरु में श्री ब्रह्म बैदरकला क्षेत्र गरोडी में बना है। यहां प्रतिदिन उनकी मूर्ति की उनके भक्तों द्वारा दिन में तीन बार पूजा-अर्चना और प्रार्थना की जाती है।
एक भक्त प्रकाश गरोडी ने बताया कि अन्य देवताओं की तरह, बापू का भी उनके लिए एक अलग मंदिर है। 1948 में इसका निर्माण किया गया था। साल 2006 में उनकी प्रतिमा को दोबारा बनवाया गया था।
उन्होंने बताया कि मंदिर के पुजारी द्वारा चाय, कॉफी और केले के भोग के साथ दिन में तीन बार पूजा की जाती है। स्वच्छता का संदेश देने के लिए भक्त पखवाड़े में एक बार मंदिर की सफाई स्वयं करते हैं। बता दें कि स्वच्छता को महात्मा गांधी ने अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया था।