पीएम मोदी ने कहा- आज राफेल लड़ाकू विमान होता तो नतीजे कुछ और होते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का भारत एक नई नीति और रीति पर चल रहा है। बीते दिनों के घटनाक्रम में दिखाई दे गया होगा कि भारत की विदेश नीति का प्रभाव क्या है?

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 02 Mar 2019 11:18 PM (IST) Updated:Sun, 03 Mar 2019 07:48 AM (IST)
पीएम मोदी ने कहा- आज राफेल लड़ाकू विमान होता तो नतीजे कुछ और होते
पीएम मोदी ने कहा- आज राफेल लड़ाकू विमान होता तो नतीजे कुछ और होते

नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का भारत एक नई नीति और रीति पर चल रहा है। आज का भारत निर्भीक और साहसी है। देश के भीतर और बाहर दोनों जगह देश विरोधी लोगों में डर पैदा हो गया है। आज के वातावरण में यह डर अच्छा है। हवाई हमले और फिर पाक की हिमाकत को दिए गए जवाब का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब कोई भारत को आंख नहीं दिखा सकता।

शनिवार शाम एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह करने की ऐतिहासिक कार्रवाई का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि दुश्मनों को हमारे सैनिकों के पराक्रम से डर लगता है तो यह डर अच्छा है। जब आतंकियों में सैनिकों का डर हो तो यह डर अच्छा है।

मामा के बोलने से लगे डर तो यह डर अच्छा है

वीवीआइपी हेलीकाप्टर डील में दलाली के आरोप में प्रत्यर्पित बिचौलिए क्रिस्चन मिशेल का नाम लेकर कांग्रेस पर भी तीखा तंज कसा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मामा के बोलने से जब बड़े-बड़े परिवार बौखला जाएं तो यह डर भी अच्छा है। भ्रष्ट नेताओं को जेल जाने का डर सताए तो यह डर अच्छा है।'

आज महसूस हो रही है राफेल की कमी

प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी आएंगे-जाएंगे, लेकिन देश अजर-अमर रहेगा। पाकिस्तान के वायु हमले को लेकर उन्होंने कहा कि आज राफेल की कमी महसूस हो रही है। यदि आज राफेल होता तो नतीजा इससे कुछ अलग होता। पहले राफेल पर स्वार्थ नीति और अब राजनीति के चलते देश का बहुत नुकसान हो रहा है।

मोदी के विरोध में देश विरोधी हुए विपक्षी

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक के खिलाफ दुनिया साथ दे रही है, लेकिन कुछ पार्टियां हम पर ही संदेह कर रही हैं। ये वही लोग हैं, जिनके बयानों को पाकिस्तान के टीवी चैनलों और रेडियो पर भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है। ये लोग मोदी विरोध करते-करते देश विरोध पर उतर आए हैं। मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आपको हमारी सेना के साम‌र्थ्य पर विश्वास है या फिर संदेह है।

लोग कहते थे मोदी को विदेश नीति पता नहीं

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के चुनाव के बाद जब मैं दिल्ली आया तो मुझे बहुत सी बातों का अनुभव नहीं था। केंद्र सरकार कैसे चलती है, क्या सिस्टम है और क्या व्यवस्था है, यह पता नहीं था। लेकिन, यह मेरे लिए वरदान साबित हुआ।

उन्होंने कहा, 'यदि मैं पुराना हिस्सा होता तो चुनाव के बाद एक खांचे की तरह जाकर फिट हो जाता। मुझे याद है कि 2014 से पहले न्यूज स्टूडियों में चर्चा होती थी कि मोदी को क्या मालूम है कि दुनिया में क्या चल रहा है। ये सवाल थे और ये स्वाभाविक थे। एक राज्य से आए व्यक्ति के लिए स्वाभाविक थे। लेकिन बीते दिनों के घटनाक्रम में आपको दिखाई दे गया होगा कि भारत की विदेश नीति का प्रभाव क्या है?' 

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