पीएम मोदी साक्षात्कार में बोले- ग्लोबल इकोनॉमी काफी हद तक भारत जैसे देशों पर निर्भर

भारतीय समुदाय को अपना संदेश देते हुए मोदी ने कहा सऊदी अरब में आपने अपने लिए जो स्थान बनाया है भारत को उस पर गर्व है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 29 Oct 2019 08:41 PM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2019 08:41 PM (IST)
पीएम मोदी साक्षात्कार में बोले- ग्लोबल इकोनॉमी काफी हद तक भारत जैसे देशों पर निर्भर
पीएम मोदी साक्षात्कार में बोले- ग्लोबल इकोनॉमी काफी हद तक भारत जैसे देशों पर निर्भर

रियाद, प्रेट्र। बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के 'असंतुलन' को आर्थिक अनिश्चितता की वजह बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (ग्लोबल इकोनॉमी) काफी हद तक भारत और सऊदी अरब जैसे विकासशील देशों द्वारा तैयार किए गए 'मार्ग' पर निर्भर है।

आइएमएफ का अनुमान, इस साल वैश्विक वृद्धि दर तीन फीसद रहेगी

हाल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने कहा था कि अमेरिका-चीन व्यापार विवाद और अन्य वैश्विक विवादों की वजह से इस साल वैश्विक वृद्धि दर तीन प्रतिशत रहेगी। आइएमएफ द्वारा जुलाई में व्यक्त अनुमान से यह 0.2 प्रतिशत कम है। 2018 में वैश्विक वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रही थी।

पीएम मोदी का साक्षात्कार 'अरब न्यूज' में प्रकाशित

दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार रात सऊदी अरब पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का एक साक्षात्कार मंगलवार को 'अरब न्यूज' में प्रकाशित हुआ। इसमें प्रधानमंत्री ने कहा, 'वैश्विक आर्थिक परिदृश्य काफी हद तक भारत जैसे विकासशील देशों द्वारा तैयार मार्ग पर निर्भर है। मैंने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा था कि हमारा ईमानदारी से मानना है कि सभी की वृद्धि के लिए हमें समन्वित प्रयासों की जरूरत है। इसमें सभी का भरोसा भी होना चाहिए।'

पीएम मोदी ने वैश्विक आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिए बताए उपाय

उन्होंने कहा, 'जी-20 में भारत और सऊदी अरब असमानता दूर करने और सतत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।' यह पूछे जाने पर कि भारत और सऊदी अरब सहित अन्य देशों को वैश्विक आर्थिक सुस्ती से कैसे निपटना चाहिए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कारोबार के अनुकूल माहौल पैदा करने के लिए कई सुधार किए है। इसका नतीजा है कि विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में 2019 में भारत 63वें स्थान पर आ गया है, जबकि 2014 में इस सूची में भारत 142वें स्थान पर था। सुधारों का मकसद यह भी है कि हम वैश्विक वृद्धि और स्थिरता के लिए प्रमुख भूमिका में रहें। उन्हें खुशी है कि सऊदी अरब ने भी अपने दृष्टिकोण 2030 के तहत सुधार कार्यक्रम शुरू किया है।

भारत-सऊदी अरब में बढ़ रहा सुरक्षा सहयोग

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद से मुकाबला करने सहित सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर भारत और सऊदी अरब के बीच आपसी सहयोग बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने किसी भी देश का जिक्र किए बिना कहा, 'मेरा मानना है कि भारत और सऊदी अरब जैसी एशियाई शक्तियां अपने-अपने पड़ोस में समान रूप से सुरक्षा चिंताओं को साझा करती हैं। मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (अजीत डोभाल) ने अभी हाल ही में रियाद का दौरा किया था जो बेहद सार्थक रहा।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारी, रक्षा सहयोग पर एक संयुक्त समिति है जो नियमित बैठकें करती है। हमने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी हित और सहयोग के कई क्षेत्रों की पहचान की है। दोनों देश सुरक्षा सहयोग और रक्षा उद्योगों में सहयोग पर समझौते करने की प्रक्रिया में हैं और एक व्यापक सुरक्षा संवाद तंत्र बनाने पर भी दोनों देश सहमत हैं।'

क्रेता-विक्रेता संबंधों से आगे बढ़ रहे दोनों देश

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और सऊदी अरब क्रेता-विक्रेता संबंधों से करीबी रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं। इसमें सऊदी अरब का भारत के तेल एवं गैस परियोजनाओं में निवेश शामिल है। मोदी ने कहा, 'सऊदी अरैमको भारत के पश्चिमी तट पर बड़ी रिफाइनरी और पेट्रो कैमिकल परियोजनाओं में हिस्सेदारी कर रही है। हमें अरैमको की भारत के रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व में हिस्सेदारी की भी उम्मीद है।'

भारत कच्चे तेल के आयात की 18 फीसद जरूरत सऊदी अरब से पूरी करता है

सऊदी अरैमको दुनिया की सर्वाधिक लाभकारी कंपनी है। इसका दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कच्चे तेल भंडार पर नियंत्रण है। वहीं, भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने के मामले में इराक के बाद सऊदी अरब दूसरे स्थान पर है। भारत अपने कच्चे तेल के आयात की 18 फीसद जरूरत सऊदी अरब से पूरी करता है।

भारतीय समुदाय का परिश्रम संबंधों को मजबूत बनाने में मददगार

प्रधानमंत्री ने कहा कि सऊदी अरब में भारतीय समुदाय के कड़े परिश्रम और प्रतिबद्धता ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में काफी मदद की है। उन्होंने कहा, 'करीब 26 लाख भारतीयों ने सऊदी अरब को अपना दूसरा घर बना लिया है। वे उसकी वृद्धि और विकास में योगदान दे रहे हैं। कई भारतीय हर साल हज, उमराह और कारोबारी वजहों से सऊदी अरब की यात्रा करते हैं।' भारतीय समुदाय को अपना संदेश देते हुए मोदी ने कहा, 'सऊदी अरब में आपने अपने लिए जो स्थान बनाया है, भारत को उस पर गर्व है।'

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