ओवैसी बोले- महाराष्ट्र और हरियाणा के ऐसे चुनाव परिणामों की भाजपा को उम्मीद नहीं थी

ओवैसी बोले महाराष्ट्र और हरियाणा के जो चुनाव परिणाम आए हैं उनकी उम्मीद राष्ट्रीय पार्टी को बिलकुल भी नहीं थी।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 08:57 AM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 09:28 AM (IST)
ओवैसी बोले- महाराष्ट्र और हरियाणा के ऐसे चुनाव परिणामों की भाजपा को उम्मीद नहीं थी
ओवैसी बोले- महाराष्ट्र और हरियाणा के ऐसे चुनाव परिणामों की भाजपा को उम्मीद नहीं थी

हैदराबाद, एएनआइ। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को भाजपा पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने को कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के जो चुनाव परिणाम आए, उनकी उम्मीद राष्ट्रीय पार्टी को बिलकुल भी नहीं थी।ओवैसी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'भाजपा दावा कर रही थी कि वो महाराष्ट्र में क्लीन स्वीप करेगी, लेकिन उसे उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले। और मैं कहना चाहूंगा कि हरियाणा में भाजपा हार गई। भाजपा को ध्रुवीकरण की राजनीति को रोकना होगा और उन्हें अर्थव्यवस्था और ग्रामीण संकट पर ध्यान देना चाहिए।'

इसके अलावा आपको बता दें कि AIMIM के उम्मीदवार कमरुल होदा ने बिहार विधानसभा उपचुनाव में किशनगंज सीट जीती, उन्होंने भाजपा के स्वीटी सिंह को 10, 204 मतों के अंतर से हराया। यह ओवैसी की पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है, क्योंकि यह पहली बार है जब AIMIM का राज्य में खाता खुला हो। चुनाव को भाजपा के लिए एक वेक-अप कॉल करार देते हुए, ओवैसी ने कहा कि परिणामों से पता चला है कि समय बदल रहा है और प्रधानमंत्री की रैली भविष्य में उनकी जीत सुनिश्चित नहीं करेगी।

ओवैसी ने कहा, 'यह भाजपा के लिए एक वेक-अप कॉल है, आप हर बार प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पर जीत हासिल नहीं कर सकते।' उन्होंने प्रधानमंत्री ने हरियाणा में 12-15 रैलियां की बात सामने रखते हुए कहा कि बावजूद इसके उन्हें अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। इसलिए चीजें बदल रही हैं।

हालांकि, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के बड़े लीडर्स ने महाराष्ट्र में जमकर महनत नही की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ना तो महाराष्ट्र में और ना ही हरियाणा में जी तोड़ महनत की, यह तो केवल है क्षेत्रीय नेता की महनत है। बता दें कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने 161 सीटों पर जीत हासिल की। हरियाणा चुनावों के नतीजों की बात की जाए तो इसमें भाजपा को 40 सीट पर जीत हासिल हुई। वहीं कांग्रेस ने 31 पर कब्जा जमाया।

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