येदियुरप्पा के रात्रिभोज में नहीं पहुंचे 25 से ज्यादा विधायक, कर्नाटक भाजपा में असंतोष

कर्नाटक भाजपा में व्याप्त असंतोष ने अंदरूनी बनाम बाहरी का रूप ले लिया है। राज्य में इस समय विधानसभा का सात दिवसीय सत्र चल रहा है और इस दौरान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा द्वारा आयोजित रात्रिभोज में 25 से ज्यादा पार्टी विधायक नहीं पहुंचे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 03 Feb 2021 11:15 PM (IST) Updated:Wed, 03 Feb 2021 11:15 PM (IST)
येदियुरप्पा के रात्रिभोज में नहीं पहुंचे 25 से ज्यादा विधायक, कर्नाटक भाजपा में असंतोष
'अंदरूनी बनाम बाहरी' की समस्या से जूझ रही कर्नाटक भाजपा।

बेंगलुरु, आइएएनएस। कर्नाटक भाजपा में व्याप्त असंतोष ने 'अंदरूनी बनाम बाहरी' का रूप ले लिया है। राज्य में इस समय विधानसभा का सात दिवसीय सत्र चल रहा है और इस दौरान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा द्वारा आयोजित रात्रिभोज में 25 से ज्यादा पार्टी विधायक नहीं पहुंचे। जबकि सूत्रों का दावा है कि रात्रिभोज में पार्टी के 118 में से सिर्फ 80 विधायक ही पहुंचे।

येदियुरप्पा को पार्टी के भीतर विभिन्न गुटों से जबर्दस्त दबाव का सामना करना पड़ रहा 

दरअसल, विपक्षी दलों के 17 विधायकों के भाजपा में शामिल होने और पार्टी की सरकार बनाने में उनकी भूमिका के बाद से येदियुरप्पा को पार्टी के भीतर विभिन्न गुटों से जबर्दस्त दबाव का सामना करना पड़ रहा है।

भाजपा में शामिल हुए 17 विधायक सत्ता में अपना हिस्सा मांगने पर मूल विधायकों में असंतोष

भाजपा में शामिल हुए 17 विधायक प्रमुख मंत्रालयों की मांग कर सत्ता में अपना हिस्सा मांग रहे हैं जबकि भाजपा के मूल विधायकों को लगता है कि उन्हें सत्ता में उनके उचित हिस्से से वंचित किया गया है। हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 18 महीने पुरानी येदियुरप्पा सरकार ने 14 जनवरी को तीसरी बार मंत्रिमंडल में फेरबदल किया और 72 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री को तीन बार मंत्रियों के विभागों में बदलाव करना पड़ा।

भाजपा के कई विधायक गुस्से में हैं 

भाजपा के कई विधायक बेहद गुस्से में हैं और यहां तक कि पार्टी के मुख्य सचेतक एवं विधायक सुनील कुमार खुलकर येदियुरप्पा के बजाय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील को पत्र लिख रहे हैं।

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