मोदी-चिनफिंग वार्ता पर आधिकारिक चुप्पी, पर तैयारियां पूरी, 11 को आएंगे चीन के राष्ट्रपति

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शुक्रवार दोपहर को चेन्नई पहुंचेंगे और पीएम मोदी से उनकी पहली मुलाकात उसी दिन शाम होगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 07 Oct 2019 07:51 PM (IST) Updated:Mon, 07 Oct 2019 07:51 PM (IST)
मोदी-चिनफिंग वार्ता पर आधिकारिक चुप्पी, पर तैयारियां पूरी, 11 को आएंगे चीन के राष्ट्रपति
मोदी-चिनफिंग वार्ता पर आधिकारिक चुप्पी, पर तैयारियां पूरी, 11 को आएंगे चीन के राष्ट्रपति

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अगले शनिवार को आयोजित दूसरी अनौपचारिक वार्ता को लेकर अभी तक दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह संभवत: अपने आप में बहुत ही दुर्लभ है जब दो देशों के शीर्ष नेताओं के बीच अंदर ही अंदर इस चर्चित मुलाकात की तैयारी चल रही है, लेकिन इसके बारे में आधिकारिक बयान देने से बचा गया हो।

कूटनीतिक सर्किल में कयासों का दौर

कूटनीतिक सर्किल में कयासों का दौर भी चल रहा है और कई कूटनीतिक विश्लेषक कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच चल रहे तनातनी से भी जोड़ कर देख रहे हैं। पिछले वर्ष अप्रैल, 2018 में जब दोनों नेताओं के बीच इस तरह की पहली बैठक वुहान (चीन) में तय की गई थी तो भारतीय विदेश मंत्रालय ने पांच दिन पहले आधिकारिक बयान जारी किया था।

बैठक को लेकर तैयारियां

वैसे इस बैठक को लेकर जो तैयारियां हैं उसमें कोई कमी नहीं बरती जा रही है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इस बैठक के कवरेज के लिए मीडिया पंजीयन की शुरुआत भी कर दी है। जबकि नई दिल्ली में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने सोमवार को एक बहुत ही गहरे मायने वाला ट्वीट किया है।

भारत व चीन के रिश्तों में तेजी से सुधार

उन्होंने लिखा है कि, 'हमारे नेताओं के रणनीतिक दिशानिर्देश के मुताबिक हाल के दिनों में भारत व चीन के रिश्तों में काफी तेजी से सुधार हुआ है। हमें भविष्य में भी वुहान अनौपचारिक बैठक की संभावनाओं को आगे बढ़ाना चाहिए, नेताओं के बीच बनी सहमति को दूसरे क्षेत्रों में भी लागू करना चाहिए और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के लिए सकारात्मक उर्जा के लिए सहमति बननी चाहिए।'

सनद रहे कि दोनों नेताओं की वुहान बैठक के बाद जारी प्रेस विज्ञप्ति में रणनीतिक दिशानिर्देश की बात कही गई थी जो दोनों ने अपने-अपने सैन्य बलों को दिया था। इसका असर यह देखने को मिला है कि पिछले एक वर्ष के भीतर दोनों देशों की सीमा पर कोई बड़ा विवाद पैदा नहीं हुआ है। कुछ जगहों पर विवाद पैदा हुए तो उन्हें स्थानीय सैन्य अधिकारियों के बीच हुई वार्ता से दूर कर दिया गया। वुहान के बाद चीन ने भारत के कुछ कृषि उत्पादों के लिए अपने बाजार खोलने का फैसला किया है।

चीन के राष्ट्रपति शुक्रवार को चेन्नई पहुंचेंगे

चेन्नई के पास स्थित मामलापुरम से जो सूचनाएं आ रही हैं उसके मुताबिक स्थानीय प्रशासन ने बहुप्रतीक्षित मोदी-चिनफिंग मुलाकात को लेकर सारी तैयारियों को अंजाम दे दिया है। वहां से आई सूचनाओं के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शुक्रवार दोपहर को चेन्नई पहुंचेंगे और पीएम मोदी से उनकी पहली मुलाकात उसी दिन शाम होगी। जिस तरह से वुहान में दोनों नेताओं के बीच दो दिनों के भीतर कई दौर की बातचीत हुई थी उसी तरह से इस बार भी दो दिनों के भीतर दोनों नेता कई बार मिलेंगे।

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