निर्मोही अखाड़ा ने कहा- अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट में शामिल किए जाएं हमारे पांच सदस्य

निर्मोही अखाड़ा ने नये ट्रस्ट में शामिल होने को लेकर अपने सभी पंचों को सुरक्षा दिये जाने की मांग की है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 01:06 AM (IST) Updated:Wed, 05 Feb 2020 07:15 AM (IST)
निर्मोही अखाड़ा ने कहा- अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट में शामिल किए जाएं हमारे पांच सदस्य
निर्मोही अखाड़ा ने कहा- अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट में शामिल किए जाएं हमारे पांच सदस्य

माला दीक्षित, नई दिल्ली। राम जन्मभूमि में नये ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया जोरों पर है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रस्ट गठित करने की तीन महीने की तय समयसीमा 9 फरवरी को समाप्त हो रही है ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार 9 फरवरी से पहले ट्रस्ट गठन की घोषणा कर देगी।

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़ा जरूर होगा शामिल

वैसे तो अभी तक यह साफ नहीं है कि राम जन्मभूमि मंदिर बनाने और उसके प्रबंधन के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट में कितने सदस्य होंगे और कौन-कौन सदस्य होंगे, लेकिन एक बात साफ है कि ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़ा जरूर शामिल होगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में निर्मोही अखाड़ा को ट्रस्ट में शामिल करने की बात कही गई है।

निर्मोही अखाड़ा ने केंद्र से कहा- ट्रस्ट में वैसे तो सभी, नहीं तो 5 पंचों को जरूर शामिल किया जाए

निर्मोही अखाड़ा ने केंद्र सरकार से कहा है कि नये गठित होने वाले ट्रस्ट में उसके सभी 13 पंचों को शामिल किया जाए और अगर यह संभव नहीं है तो कम से कम 5 पंचों को जरूर शामिल किया जाए। इतना ही नहीं अखाड़ा ने नये मंदिर के शिलान्यास और मूर्ति स्थापना भी उसकी वैष्णवी रामानंदी बैरागी परंपरा से उसके ही पंचों के द्वारा कराए जाने की मांग की है।

निर्मोही अखाड़ा ने अपनी मांगे गृह मंत्रालय को सौंप दी

निर्मोही अखाड़ा ने अपनी यह मांगे गत 28 जनवरी को गृह मंत्रालय मे अयोध्या डेस्क के प्रमुख और अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार से मिल कर उन्हें सौंपीं।

कोर्ट ने निर्मोही अखाड़ा को ट्रस्ट में शामिल करने और उचित भूमिका देने का आदेश दिया

निर्मोही अखाड़ा ने अपने मांग पत्र में सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या राम जन्मभूमि फैसले का जिक्र करते हुए कहा है कि कोर्ट ने फैसले में निर्मोही अखाड़ा की अयोध्या में मौजूदगी और ऐतिहासिक भूमिका को देखते हुए उसे ट्रस्ट में शामिल करने और उचित भूमिका देने का आदेश दिया है। ऐसे में सरकार अखाड़ा को दी जाने वाली भूमिका स्पष्ट करे।

अखाड़ा एक पंजीकृत ट्रस्ट है, जिसमें 13 पंच हैं

अखाड़ा एक पंजीकृत पंच रामानंदी ट्रस्ट है जिसमें कुल 13 पंच हैं और सारे फैसले सभी पंच मिलकर लेते हैं। अखाड़ा के पंचों ने ग्वालियर में गत 20 जनवरी को बैठक कर प्रस्ताव पारित किया है।

अखाड़ा की मांग- नये मंदिर का भूमि पूजन, मूर्ति स्थापना निर्मोही अखाड़ा के संतों से कराया जाए

अखाड़ा की मांग है कि राम मंदिर निर्माण के लिए गठित होने वाले नये ट्रस्ट में उसके सभी 13 पंच शामिल किये जाएं और अगर ऐसा संभव नहीं है तो कम से कम पांच सदस्य शामिल किये जाएं। अखाड़ा का कहना है कि राम जन्मभूमि को बचाने और उसके लिए निर्मोही अखाड़ा के संतों के बलिदान और संघर्ष को श्रद्धांजलि देने के लिए नये मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास तथा मूर्ति स्थापना निर्मोही अखाड़ा के संतों से वैष्णवी रामानंदी बैरागी परंपरा से कराया जाए।

अयोध्या में गैर-विवादित मंदिर पुर्नस्थापित हों और इसका पूर्ण प्रबंधन निर्मोही अखाड़ा को सौंपा जाए

अखाड़ा की यह भी मांग है कि अयोध्या में 2.77 एकड़ जमीन पर पहले स्थिति गैर-विवादित मंदिरों जैसे सुमित्रा भवन, सीता कूप मंदिर, राम चबूतरा, सीता रसोई, गुफा मंदिर आदि पुर्नस्थापित किया जाए और उसका स्वतंत्र और पूर्ण प्रबंधन निर्मोही अखाड़ा को सौंपा जाए। यह राम जन्मभूमि ट्रस्ट में शामिल होने के अलावा हो। इसके अलावा निर्मोही अखाड़ा ने मामले की संवेदनशीलता और नये ट्रस्ट में शामिल होने को देखते हुए उसके सभी पंचों को सुरक्षा दिये जाने की भी मांग की है।

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