Delhi Meerut Expressway: दिल्ली-West UP के लाखों लोगों का बढ़ा इंतजार, किसानों के मुआवजे से अटका काम

Delhi Meerut Expressway यूपी सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा देने में देरी के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम दो महीने और लटक गया है। अब मार्च के बजाय मई में पूरा होगा काम।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 07 Nov 2019 10:56 AM (IST) Updated:Thu, 07 Nov 2019 10:58 AM (IST)
Delhi Meerut Expressway: दिल्ली-West UP के लाखों लोगों का बढ़ा इंतजार, किसानों के मुआवजे से अटका काम
Delhi Meerut Expressway: दिल्ली-West UP के लाखों लोगों का बढ़ा इंतजार, किसानों के मुआवजे से अटका काम

नई दिल्ली [संजय सिंह]। Delhi Meerut Expressway : उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा देने में देरी के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम दो महीने और लटक गया है। इस प्रोजेक्ट को अगले साल मार्च में पूरा होना था, लेकिन अब मई के अंत में पूरा होने की संभावना है।

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई प्रगति बैठक में सड़क मंत्रालय के अधिकारियों ने ये तथ्य उजागर किए। रेलवे, सड़क परिवहन, नागरिक विमानन, ऊर्जा मंत्रालय से संबंधित इंफास्ट्रक्चर परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान पीएम ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का हाल भी पूछा। जिस पर अधिकारियों ने मेरठ के पास कुछ गांवों में किसानों की जमीन के मुआवजे की अड़चन बताते हुए प्रोजेक्ट के समय पर पूरा नहीं होने की आशंका जताई। इस पर पीएम ने दो माह में इस अड़चन को दूर कर प्रोजेक्ट की मई अंत तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भी इस विषय में तत्काल आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा।

सड़क मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे डासना से मेरठ तक के चौथे और अंतिम चरण का 60 प्रतिशत से भी कम काम पूरा हुआ है। करीब 32 किलोमीटर लंबे हिस्से को मार्च 2020 तक बनकर तैयार होना था, परंतु डासना, रसूलपुर, सिकरोड़, कुशलिया और नाहल गांव में जमीन नहीं मिल पा रही है। कुछ जगहों पर जहां जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया, वहां किसान अधिक मुआवजे की मांग कर रहे हैं और कब्जा देने को तैयार नहीं हैं। इन गांवों का नाम जमीन घोटाले में भी आया है, जिसमें तहसील स्तर के कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई है, जिसकी जांच चल रही है।

इस कारण एनएचएआइ के अधिकारी अब परियोजना का अलाइनमेंट बदलने पर विचार कर रहे हैं ताकि इन गांवों को छोड़ कर आसान इलाकों से सड़क बनाई जा सके।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का निजामुद्दीन पल से यूपी गेट तक का काम पूरा हो चुका है और इस पर यातायात चालू है। यूपी गेट से डासना का 85 फीसद काम पूरा हो गया है। इस चरण में हिडन कैनाल पर पुल बनने में विलंब हो रहा है। डासना से हापुड़ का तीसरा चरण भी हाल में यातायात के लिए खोल दिया गया है।

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