अजब यूपी पुलिस की गजब गलती, प्रियंका गांधी को बता दिया रॉबर्ट वाड्रा का पति; FIR में गलतियों की भरमार

Hathras Girl Assault Case उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते हाथरस जाने के दौरान बृहस्पतिवार को ईकोटेक 1 कोतवाली पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कुल 154 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2020 02:47 PM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2020 03:20 PM (IST)
अजब यूपी पुलिस की गजब गलती, प्रियंका गांधी को बता दिया रॉबर्ट वाड्रा का पति; FIR में गलतियों की भरमार
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की फाइल फोटो।

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी]। कुछ साल पहले बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान मुंह से 'ठांय-ठांय' निकालकर कारनामा करने वाली यूपी पुलिस एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल, दिल्ली से हाथरस जाने के दौरान नियमों के उल्लंघन को लेकर ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत 154 कांग्रेसियों पर मामला दर्ज किया है। हैरानी की बात है कि इस FIR में गलतियों की भरमार है, वह भी अजब-गजब। कॉमा-बिंदी और मात्रा की बात छोड़िये, हद तो यह हो गई है कि एफआइआर में प्रियंका गांधी की पत्नी का नाम रॉबर्ट वाड्रा लिखा गया है। इतना ही नहीं, एफआइआर में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष लिखा गया है, जबकि उन्हें पद छोड़े एक साल से अधिक हो गया है। यहां पर बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते हाथरस जाने के दौरान बृहस्पतिवार को ईकोटेक 1 कोतवाली पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित 154 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। 

बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और जितिन प्रसाद समेत कई नेताओं के नाम गलत लिखे गए हैं। यहां तक कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बता दिया गया है।

गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को हाथरस मामले में पीड़िता के स्वजन से मिलने जा रहे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोक लिया था। इसके बाद तकरीबन पांच घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। पुलिस के रोकने पर राहुल, प्रियंका गाड़ी से उतर कर पैदल ही एक्सप्रेस-वे पर चलने लगे। एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वाइंट से आठ किलोमीटर तक दोनों पैदल चले। पुलिस ने कई बार उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेसियों की अधिक भीड़ के कारण कामयाबी नहीं मिली। इस दौरान कई बार पुलिस व कांग्रेसियों के बीच धक्का-मुक्की हुई। राहुल गांधी भी धक्का-मुक्की के कारण एक्सप्रेस-वे पर गिर भी गए थे। उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उनको उठाया और इसके बाद वह उठकर फिर से पैदल चलने लगे। वहीं, पांच बार पुलिस ने एक्सप्रेस-वे पर राहुल को रोका तो वह सड़क पर बैठ गए। वे हर हाल में हाथरस जाने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस ने हाथरस में धारा-144 लगे होने का हवाला दिया। 

उधर, कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की गई। इसी वजह से वह एक्सप्रेस-वे पर गिर गए। राहुल के गिरने की तस्वीरें ट्विटर पर तेजी से वायरल हुईं, हालांकि बताया गया है कि राहुल को चोट नहीं लगी है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हाई वोल्टेज ड्रामे से पहले राहुल व प्रियंका के काफिले को डीएनडी पर भी रोका गया, लेकिन कार्यकर्ताओं की अधिक भीड़ होने के चलते उनका काफिला डीएनडी पार कर गया। इसके बाद यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वाइंट पर काफिला रोका गया। यहां पुलिस व समर्थक भिड़ गए। हल्का बल प्रयोग कर स्थिति पर काबू पाया गया। उधर, इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जतिन प्रसाद, राजीव शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, रणदीप सुरजेवाला आदि रहे।

राहुल-प्रियंका समेत 154 कांग्रेसियों पर मुकदमा दर्ज

इसके बाद कोरोना महामारी के दौरान भीड़ एकत्र कर एक्सप्रेस-वे के रास्ते हाथरस जाने के मामले में राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा समेत 154 कांग्रेसियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी सहित कई अन्य नेताओं को नामजद किया गया है। ईकोटेक एक कोतवाली में दर्ज किए गए मुकदमे में पचास लोगों को अज्ञात भी बताया गया है। जान-बूझकर घातक कृत्य करना, सरकारी आदेशों का उल्लंघन व महामारी अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

बता दें कि बृहस्पतिवार को हाथरस जाने दौरान राहुल गांधी और प्रियंका को यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोकने में कामयाब हुई पुलिस ने पूरी स्क्रिप्ट बुधवार रात ही तैयार कर ली थी। पहले से योजना थी कि जेवर टोल के बाद जाने की पाबंदी रहेगी। उससे पहले की गई पुलिस की किलाबंदी सफल भी हुई। दोनों नेताओं को एक्सप्रेस वे जीरो प्वाइंट से आठ किलोमीटर के दायरे में ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र से वापस लौटाया गया।

पुलिस बल पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से जेवर टोल पर तैनात था। तभी सूचना मिली कि राहुल व प्रियंका जीरो प्वाइंट पर चढ़ने के बाद पैदल चल रहे हैं। सूचना पर जेवर टोल पर तैनात सौ से अधिक पुलिसकर्मी विपरीत दिशा में जीरो प्वाइंट की तरफ कूच कर गए। जीरो प्वाइंट से आठ किलोमीटर तक ही दोनों नेता चल सके। इसके बाद दोनों को पुलिस जीप में बैठाकर फामरूला वन ट्रैक के गेस्ट हाउस में ले जाया गया। वहां वार्ता के बाद दोनों को ग्रेटर नोएडा पुलिस दिल्ली बार्डर तक शाम पांच बजे छोड़ कर आई।

जेवर टोल के नौ गेट किए गए बंद

पुलिस ने जेवर टोल पर दोनों नेताओं को रोकने के लिए टोल के 12 में से नौ गेट बंद करा दिए थे जिससे कि काफिले को रोका जा सके। महज तीन टोल टोल चालू थे जिस वजह से एक्सप्रेस वे पर करीब आधा घंटा जाम की स्थिति भी उत्पन्न हुई।

यात्रियों को हुई परेशानी

एक्सप्रेस वे पर जब दोनों नेता पैदल चलने लगे तो पुलिस व मीडिया का जमावड़ा लग गया। दोपहर एक से शाम पांच बजे के बीच ग्रेटर नोएडा से जेवर जाने वाली लेन पर जा रहे यात्रियों को परेशानी हुई। उनकी गाड़ी जाम में फंस गई। पांच बजे के बाद लोगों को जाम के झाम से राहत मिली।

पुलिस जीप में बैठाते ही कार्यकर्ता हुए बेकाबू

राहुल गांधी और प्रियंका को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस जीप में बैठा दिया। दोनों को गेस्टहाउस ले जाने लगी तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पुलिस की जीप को चारों ओर से घेर कर पार्टी कार्यकर्ता जमीन पर लेट गए। ताकि उन्हें पुलिस न ले जा सके जबकि कुछ कार्यकर्ता उस जीप के ऊपर चढ़कर हंगामा करने लगे जिसमें राहुल गांधी बैठे हुए थे।

महिला कार्यकर्ताओं ने लगाया आरोप

हाथरस जाने के दौरान हुए हाई वोल्टेज ड्रामा के दौरान पुलिस व कांग्रेसियों की जमकर झड़प हुई। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन पर लाठीचार्ज किया गया और कुछ लोगों के कपड़े फाड़ दिए गए। वहीं कुछ महिला पुलिसकर्मियों का कहना है कि कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान उनकी वर्दी फाड़ दी। महिला पुलिसकर्मियों की शिकायत पर कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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