देश को हर सिख पर गर्व, विपक्ष उन्हें गुमराह करने का कर रहा प्रयास: पीएम मोदी

संसद में आज बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सिखों के योगदान को गौरव बताया। उन्होंने कहा कि हर देशवासी को सिखों पर गर्व है। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर सिखों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 08 Feb 2021 01:41 PM (IST) Updated:Mon, 08 Feb 2021 02:44 PM (IST)
देश को हर सिख पर गर्व, विपक्ष उन्हें गुमराह करने का कर रहा प्रयास: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी बोलते हुए। (फोटो: दैनिक जागरण/फाइल)

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने आज संसद में कहा कि देश को हर सिख पर गर्व है। इस दौरान उन्होंने देश में सिखों के योगदान को भी गौरवान्वित करने वाला बताया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और यहां के सभी देशावासियों को राष्ट्र निर्माण में सिखों के योगदान पर बहुत गर्व है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर सिखों को गुमराह करने की कोशिश का आरोप भी लगाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश को हर सिख पर गर्व है। उन्होंने इस देश के लिए क्या नहीं किया है। हम उन्हें जो भी सम्मान देंगे, वह हमेशा कम रहेगा। इस दौरान उन्होंने पंजाब का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब में अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताने के लिए भाग्यशाली रहा हूं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा उनके खिलाफ इस्तेमाल की गई भाषा उन्हें गुमराह करने की कोशिश देश को कभी फायदा नहीं पहुंचाएगी।

प्रधानमंत्री के किया 84 दंगों को याद

इस दौरान उन्होंने 1984 के दंगों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पंजाब के साथ क्या हुआ। विभाजन के दौरान इसका सबसे अधिक नुकसान हुआ। पंजाब 1984 के दंगों के दौरान सबसे अधिक रोया। वे सबसे दर्दनाक घटनाओं के शिकार हो गए। जम्मू और कश्मीर में मासूमों की हत्या कर दी गई। हथियारों का कारोबार चला। उत्तर पूर्व में बाहर। इस सब ने राष्ट्र को प्रभावित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अस्थिर, अशांत रहे इसके लिए कुछ लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं हमें इन लोगों को जानना होगा। 

बता दें कि कई किसान जो मुख्य रूप से पंजाब से हैं, बीेते करीब 70 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर  कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। वे सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के आश्वासन के साथ-साथ कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी