बदहाल स्थिति में मप्र सरकार के गौ अभ्यारण्य, भूख और ठंड से 30 से अधिक गायों की मौत

गौ अभयारण्य में हालात अभी भी नहीं सुधर रहे। यहां गायों की लगातार मौतें हो रही हैं। ताजा मामले में भी गौ अभयारण्य में 30 से 40 गाय मृत मिली हैं।

By Arti YadavEdited By: Publish:Wed, 30 Jan 2019 09:08 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jan 2019 09:08 AM (IST)
बदहाल स्थिति में मप्र सरकार के गौ अभ्यारण्य, भूख और ठंड से 30 से अधिक गायों की मौत
बदहाल स्थिति में मप्र सरकार के गौ अभ्यारण्य, भूख और ठंड से 30 से अधिक गायों की मौत

आगर मालवा, जेएनएन। मध्यप्रदेश सरकार के आगर मालवा के सालरिया स्थित गौ अभयारण्य में हालात अभी भी नहीं सुधर रहे। यहां गायों की लगातार मौतें हो रही हैं। ताजा मामले में भी गौ अभयारण्य में 30 से 40 गाय मृत मिली हैं। इसके अलावा एक नवजात बछिया की एक आंख को कौए ने नोच खाने का मामला भी सामने आया है।

मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक मुरलीधर पाटीदार, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के एक दल ने सालरिया गौ अभयारण्य का दौरा किया, तो हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई। यहां 30 से 40 गाय मृत हालत में मिली, वहीं एक बछिया की आंख भी कौए द्वारा नोचने की बात सामने आई। इस दल ने इस पूरे मामले का पंचनामा भी बनाया। गायों की मौतों के बारे में जब गौ अभयारण्य में मौजूद कर्मचारियों से पूछा गया, तो चारे और घास की कमी की बात सामने आई। जिससे साफ है कि भूख के चलते यहां गायों की मौत हो रही है।

बदहाल स्थिति में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए गौ अभयारण्य

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सरकार ने यहां गौ अभयारण्य बनाया, लेकिन स्थापना के कुछ समय बाद ही ये गौ अभयारण्य बदहाल स्थिति में पहुंच गया। यहां गायों की लगातार मौतों के मामले सामने आते रहे हैं। पंचनामे में ये भी लिखा गया कि 30 से 40 गाय मृत पाई गईं और मृत गायों को गौ अभयारण्य के ट्रेक्टर द्वारा फेंक दिया गया। भूरा और चारे की कमी के चलते गौ अभयारण्य में पिछले कुछ महीने से नई गायों की एंट्री पर रोक लगाई हुई है, बावजूद इसके गायों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा।

हरे चारे, भूसे और पानी की कमी

आपको बता दें कि आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील से 20 किमी दूर सालरिया गांव में 472 हेक्टेयर क्षेत्र में कामधेनु गौ अभयारण्य अनुसंधान और उत्पादन केन्द्र शुरू किया गया। उद्घाटन के केवल 5 महीने बाद ही फरवरी 2018 से नई गायों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई क्योंकि यहां गायों के लिए हरे चारे, भूसे और पानी की कमी हो गई।

गायों को ठंड से बचाएंगे

इधर आगर मालवा के कलेक्टर अजय गुप्ता के मुताबिक उन्हें 18 गायों के मरने की जानकारी मिली है। कलेक्टर के मुताबिक सभी मृत गायों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और मौत के असल कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने ये भी कहा कि ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि मृत गायों से अन्य गायों में संक्रमण ना फैले। उन्होंने ये भी कहा कि गायों की मौत ठंड के कारण होने की जानकारी मिल रही है। यदि ऐसा है तो गायों को ठंड से बचाने के उपाय भी किए जाएंगे।

2017-18 में भी गायों की मौत

उल्लेखनीय है कि 2017-18 में भी गायों की मौत का मामला सामने आया था। तब भाजपा की सरकार थी। कांग्रेस ने आंदोलन कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी। यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा था। छह हजार गायों की क्षमता वाले अभयारण्य में करीब 4700 गायें हैं। मामले में कलेक्टर अजय गुप्ता ने संयुक्त कलेक्टर अवधेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया। दल भूसे की गुणवत्ता, उपलब्धता, गोवंश की मृत्यु के कारणों सहित अन्य बिंदुओं पर जांच कर प्रतिवेदन तीन दिन में कार्यालय कलेक्टर को प्रस्तुत करेगा।

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