लोकसभा स्पीकर ने मंजूर किए वाईएसआर सांसदों के त्यागपत्र, उपचुनाव होने की संभावना कम
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने वाईएसआर सांसदों के त्यागपत्र स्वीकार कर लिए हैं। इन सीटों पर उपचुनाव होंगे या नहीं ये तय नहीं हुआ है।
नई दिल्ली (एजेंसी)। दस दिन के विदेश दौरे से लौटते ही लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने वाईएसआर सांसदों के त्यागपत्र स्वीकार कर लिए हैं। इससे पहले दो बार स्पीकर ने सांसदों से उनका पक्ष जाना था। हर बार सभी का यही कहना था कि वह त्यागपत्र देने के अपने फैसले पर अडिग हैं। अभी यह पता नहीं लग सका है कि इन सीटों पर उपचुनाव होंगे या नहीं, क्योंकि वर्तमान लोकसभा का एक साल से कम का कार्यकाल बचा है।
सांसदों का कहना था कि वह अपने प्रदेश के हितों को सुरक्षित रखने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। उनकी मांग है कि आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिया जाए, जिससे वहां आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके। सांसदों का कहना था कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने करार करके केवल विशेष आर्थिक पैकेज ही हासिल करने की कोशिश की है। राज्य को विशेष दर्जा देने के लिए उन्होंने काम नहीं किया।
गौरतलब है कि वाईएसआर कांग्रेस के संसदीय नेता एम. राजामोहन रेड्डी समेत वाईवी सुब्बा रेड्डी, वारा प्रसादराव, एम. रेड्डी व अविनाश रेड्डी ने छह अप्रैल को संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। उनके इस्तीफे 20 जून से स्वीकृत माने जाएंगे। सांसदों का कहना है कि उन्हें यह मलाल नहीं कि समय से पहले वो संसद सदस्यता से महरूम हो रहे हैं। राज्य के हितों के लिए वो किसी भी कसौटी से गुजरने को तैयार रहेंगे। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में होने हैं और वाईएसआर इस मसले पर चुनाव मैदान में उतरेगी।