Rajasthan Politics News: क्‍या राज्यपाल कैबिनेट की सलाह मानने को हैं बाध्य, जानें कानून के जानकारों की राय

Rajasthan Politics News क्‍या राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के सामने राज्य विधानसभा का सत्र बुलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जानें क्‍या कहते हैं कानून के जानकार...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2020 06:04 AM (IST) Updated:Sat, 25 Jul 2020 08:05 AM (IST)
Rajasthan Politics News: क्‍या राज्यपाल कैबिनेट की सलाह मानने को हैं बाध्य, जानें कानून के जानकारों की राय
Rajasthan Politics News: क्‍या राज्यपाल कैबिनेट की सलाह मानने को हैं बाध्य, जानें कानून के जानकारों की राय

नई दिल्ली, पीटीआइ। Rajasthan Politics News कानून के जानकारों का कहना है कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के सामने राज्य विधानसभा का सत्र बुलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उन्हें विधानसभा सत्र बुलाने की राज्य कैबिनेट की सलाह माननी ही पड़ेगी। राज्यपाल के अधिकारों और कर्तव्यों की व्याख्या करने वाले संविधान का प्रावधानों का उल्लेख करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि उनका मानना है कि कैबिनेट की सलाह मानना राज्यपाल की ड्यूटी है।

गहलोत का आरोप, दबाव में राज्‍यपाल

दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकार द्वारा विधानसभा सत्र बुलाने का अनुरोध करने के बाद भी राज्यपाल दबाव में सत्र नहीं बुला रहे हैं। सचिन पायलट और उनके समर्थक 19 विधायकों की बगावत के बाद राजस्थान में सियासी ड्रामा चल रहा है।

क्‍या कहतें हैं सुप्रीम कोर्ट के प्रावधान

नबम रेबिया (अरुणाचल प्रदेश) मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यी संविधान पीठ के फैसले का हवाला देते हुए वरिष्ठ वकील राकेश द्विवेद्वी और विकास सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि राज्यपाल कैबिनेट की सलाह मानने को बाध्य हैं और उन्हें विधानसभा का सत्र बुलाना ही होगा। एक अन्य वकील ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि कैबिनेट यदि सिफारिश करती है तो राज्यपाल बहुमत परीक्षण के लिए विधानसभा सत्र बुलाने से इन्कार नहीं कर सकते हैं।

मंत्रीपरिषद की सलाह पर करते हैं काम

विशेषज्ञों का कहना है कि संवैधानिक व्यवस्था है कि राज्यपाल मंत्रीपरिषद की सलाह और सिफारिश पर काम करते हैं। बता दें कि शुक्रवार को विधानसभा सत्र की मांग को लेकर कांग्रेस और उसके समर्थक विधायकों ने राजभवन में धरना दिया। हालांकि राज्यपाल के आश्वासन के बाद यह धरना खत्‍म भी हो गया। विधायक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग करने के लिए राज्यपाल से मिलने गए थे लेकिन वहीं धरने पर बैठ गए।

राहुल बोले, विधानसभा सत्र बुलाएं राज्‍यपाल

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा का सत्र बुलाना चाहिए ताकि सच्चाई देश के सामने आ सके। उन्होंने ट्वीट किया, 'सरकारें जनता के बहुमत से बनती हैं। राजस्थान सरकार गिराने का भाजपाई षड्यंत्र साफ है। राज्यपाल को विधानसभा सत्र बुलाना चाहिए ताकि सच्चाई देश के सामने आए।'

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