ओमिक्रोन की दहशत के बीच कांग्रेस ने सरकार के कोरोना प्रबंधन और वैक्सीन नीति पर उठाए सवाल, जानें क्‍या कहा

ओमिक्रोन के तेजी से फैलने को तीसरी लहर की आहट बताते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार के कोरोना प्रबंधन विशेषकर वैक्सीन नीति पर सवाल उठाया है। कांग्रेस ने कहा है कि टीकाकरण की मौजूदा धीमी गति से नागरिकों की जान एक बार फिर जोखिम में डाली जा रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 26 Dec 2021 06:46 PM (IST) Updated:Sun, 26 Dec 2021 07:03 PM (IST)
ओमिक्रोन की दहशत के बीच कांग्रेस ने सरकार के कोरोना प्रबंधन और वैक्सीन नीति पर उठाए सवाल, जानें क्‍या कहा
कांग्रेस ने मोदी सरकार के कोरोना प्रबंधन विशेषकर वैक्सीन नीति पर सवाल उठाया है।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। ओमिक्रोन के तेजी से फैलने को तीसरी लहर की आहट बताते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार के कोरोना प्रबंधन विशेषकर वैक्सीन नीति पर सवाल उठाया है। कांग्रेस ने कहा है कि टीकाकरण की मौजूदा धीमी गति से नागरिकों की जान एक बार फिर जोखिम में डाली जा रही है। कांग्रेस ने दावा किया है कि ओमिक्रोन का प्रभाव रोकने के लिए सरकार की कोई तैयारी नहीं है। मौजूदा वक्‍त में बच्चों को इस महामारी के खतरे बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।

तीसरी लहर के खतरों को देखते हुए स्पष्ट वैक्सीन नीति की जरूरत बताते हुए कांग्रेस ने कहा कि पांच से 15 साल तक के बच्चों के लिए भी वैक्सीन नीति स्पष्ट की जानी चाहिए ताकि इन्हें कोरोना के खतरों से बचाया जा सके। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब रात का कर्फ्यू लगाया जा रहा है और शादियों में मेहमानों की संख्या 200 तक सीमित की जा रही है तब पीएम की रैलियों में हजारों-हजार की भीड़ जुटाई जा रही है।

15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीन लगाने और फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों के साथ सेहत की चुनौतियों का सामना कर रहे 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को टीके का तीसरे डोज लगाने की प्रधानमंत्री की घोषणा पर सुरजेवाला ने कहा कि 47.95 करोड़ व्यस्क भारतीयों को अभी टीका नहीं लगा है। सरकार के 25 दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार 36.50 करोड़ लोगों को दूसरी वैक्सीन नहीं लगी है।

कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि 18 साल से अधिक की आयु के 11.45 करोड़ युवाओं को वैक्सीन का एक डोज भी नहीं लग पाई है जबकि 22.71 लाख से अधिक फ्रंटलाइन हेल्थ वर्करों को भी टीके की दूसरी डोज नहीं लगी है और ऐसे में देश को अभी कुल 59.40 करोड़ टीके की जरूरत है जो उपलब्ध नहीं हैं। हमारी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों की मासिक क्षमता मात्र 16.80 करोड़ है। ऐसे में इसमें कितना समय लगेगा यह सहज समझा जा सकता है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं हैं तो प्रधानमंत्री की घोषणा के बावजूद अगले 149 दिन में भी वैक्सीन कैसे लग पाएगी। सरकार के पास इसका क्या जवाब है? पूरी दुनिया में तीन से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने की बात उठाते हुए कहा कि हमारे यहां पांच से 15 साल के बच्चों पर मंडराते खतरों को लेकर सरकार अभी भी उदासीन है।

सेंटर फार ग्लोबल डेवलपमेंट (हार्वर्ड विश्वविद्यालय) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि दूसरी लहर में जनवरी 2020 से जून 2021 के बीच देश के 30 से 47 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई लेकिन सरकार इसके सही आंकड़े नहीं दे रही है और वक्त की मांग है कि पीएम राजधर्म निभाते हुए स्पष्ट वैक्सीन नीति अपनाएं और ओमिक्रोन वायरस के खतरों से देश को बचाने के लिए स्पष्ट रास्ता बताएं। 

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