Parliament Winter Session: राज्‍यसभा में गरमाया भीड़ की हिंसा का मुद्दा, वहीं लोकसभा में चीन के साथ भारत के बर्ताव की चर्चा

संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में चीन के साथ भारत के रवैये को लेकर सवाल उठाया गया वहीं राज्‍यसभा में भीड़ की हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह ने बयान दिया।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 04 Dec 2019 10:54 AM (IST) Updated:Wed, 04 Dec 2019 02:59 PM (IST)
Parliament Winter Session: राज्‍यसभा में गरमाया भीड़ की हिंसा का मुद्दा, वहीं लोकसभा में चीन के साथ भारत के बर्ताव की चर्चा
Parliament Winter Session: राज्‍यसभा में गरमाया भीड़ की हिंसा का मुद्दा, वहीं लोकसभा में चीन के साथ भारत के बर्ताव की चर्चा

नई दिल्‍ली, एएनआइ। संसद के शीतकालीन सत्र का बुधवार को 13वां दिन है। लोकसभा में जहां रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीन मामले पर बयान दिया वहीं राज्‍यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने भीड़ की हिंसा  मामले को उठाया। गृहमंत्री ने कहा, 'इन मामलों से निबटने व इसके लिए सुझावों की मांग के लिए सरकार ने मंत्रियों की एक कमेटी बनाई थी। उन्‍होंने बैठक की और सरकार इससे अवगत है। इन मामलों में भारतीय दंड संहिता की धारा 300 और 302 के तहत कार्रवाई की गई।'

लोकसभा में आज कांग्रेस की ओर से चीन का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्‍तान के प्रति हमारा रवैया है चीन के प्रति ऐसा क्‍यों नहीं। इसपर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि सीमा पर सुरक्षा को लेकर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस की ओर से चीन को मुद्दा बनाया गया और सदन में सवाल उठा कि पाकिस्‍तान के प्रति हमारा सख्‍त रवैया है तो चीन के प्रति क्‍यों नहीं। इसपर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया और कहा कि सीमा पर सुरक्षा के लिए हमारी सेना पूरी तरह तैयारी के साथ तैनात है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘पाकिस्‍तान आतंकियों को आश्रय देता है और चीन पाकिस्‍तान को। चीन ने अंडमान निकोबार में जहाजों को भेजना शुरू कर दिया है। पाकिस्‍तान के लिए हमारे पास गुस्‍सा और विरोध की भावना है फिर चीन के प्रति हम संतुलित व्‍यवहार क्‍यों अपनाते हैं।’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, ‘मैं सदन को आश्‍वासन देना चाहूंगा कि सीमा पर सुरक्षा के प्रति हमारी सेना सतर्क है। किसी भी तरह की चुनौती के लिए सेना पूरी तरह तैयार है, इस बारे में किसी को कोई शक नहीं होनी चाहिए।’ उन्‍होंने कहा, 'सरकार देश की सुरक्षा आवश्यकताओं के बारे में जागरूक है। भारत-चीन सीमा पर बुनियादी ढांचा मजबूत किया जा रहा है। सीमा की सुरक्षा को लेकर किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हमारी सेनाएं किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं, किसी को इसमें संदेह नहीं होना चाहिए।'

रक्षा मंत्री ने आगे कहा, 'भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) को लेकर कोई आपसी समझौता नहीं है। LAC के प्रति अलग अलग धारणाओं के कारण कभी-कभी चीनी सेना हमारी सीमा में और हमारे लोग उनकी सीमा में चले जाते हैं।'

लोकसभा में मोबाइल टावर से होने वाले रेडिएशन से जुड़ा सवाल उठाया गया जिसके जवाब में सूचना एवं तकनीक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'सरकार की सोच स्पष्ट है, हम निजी क्षेत्र का स्वागत करते हैं। लेकिन स्वस्थ प्रतियोगिता के लिए पीएसयू का होना जरुरी है। बीएसएनएल स्ट्रैटजिक संपत्ति है। कहीं बाढ़ या आपदा आती है तो बीएसएनएल अपनी ओर से मुफ्त सेवाएं देता है।'

आज लोकसभा में अंतरराष्‍ट्रीय वित्‍तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण विधेयक 2019 पर विचार किया जाएगा और इसे पारित करने की संभावना है।

बता दें कि लोकसभा में कांग्रेस चीफ ने व्हिप जारी किया था। वहीं अंडमान निकोबार द्वीप समूह में चीन की सेंध मामले पर कोडिकुन्‍नील सुरेश ने स्‍थगन प्रस्‍ताव को नोटिस जारी किया। बुधवार को भारतीय जलसीमा में चीनी जहाज को देखा गया था। हालांकि इसमें नेवी ने अहम भूमिका निभाते हुए इसे वापस भेज दिया।

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