मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- छत्तीसगढ़ सरकार रेलवे को देगी मजदूरों का रेल किराया

मजदूरों से रेलवे किराया वसूलने का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा। सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस श्रमिकों का किराया भुगतान करेगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 04 May 2020 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 04 May 2020 05:43 PM (IST)
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- छत्तीसगढ़ सरकार रेलवे को देगी मजदूरों का रेल किराया
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- छत्तीसगढ़ सरकार रेलवे को देगी मजदूरों का रेल किराया

रायपुर, राज्य ब्यूरो। मजदूरों से रेलवे के किराया वसूलने का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा किया कि कांग्रेस पार्टी ट्रेन से भेजे जाने वाले श्रमिकों का किराया भुगतान करेगी। इसकी पहल सबसे पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने कर दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले बयान जारी किया कि कांग्रेस पार्टी और सरकार मिलकर मजदूरों के किराए का भुगतान करेगी। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर स्पष्ट किया कि राज्य में लाए जाने वाले प्रवासी श्रमिकों, कामगारों का रेल किराया छत्तीसगढ़ सरकार जमा करेगी।

घर जाने की जिद में यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के श्रमिकों ने की हड़ताल

बस्तर जिले में नेशनल मिनिरल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएमडीसी) के नगरनार स्टील प्लांट में काम कर रहे उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल के करीब एक हजार श्रमिकों ने हड़ताल कर दी है। एक दिन पहले भी श्रमिकों ने हंगामा किया था। श्रमिक अब अपने घर लौटना चाहते हैं।

ट्रांजेक्शन कैंप बनने से खतरे की जद में आया छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ आने और जाने वाले हजारों मजदूरों का ट्रांजेक्शन कैंप छत्तीसगढ़ बन गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड और ओडिशा सीमा होने से इन राज्यों में आने-जाने वाले श्रमिकों का ठहराव छत्तीसगढ़ में कराया जा रहा है। बाहर से आए 14 श्रमिकों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से चिंता बढ़ी है। झारखंड के मजदूरों को जिन स्थलों से उनके राज्य के लिए रवाना किया जा रहा है, उसे कंटेनमेंट एरिया तो घोषित किया जा रहा है लेकिन अन्य स्थलों पर मजदूरों की आवाजाही भी बड़ा खतरा है। इसको लेकर सरकार ही नहीं आम शहरी भी चितिंत हैं।

कोटा से लाए गए सभी 2252 विद्यार्थियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, जा सकेंगे घर

कोटा (राजस्थान) से लाए गए छत्तीसगढ़ के 2252 विद्यार्थियों की करोनो जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब इन्हें क्वारंटाइन सेंटर से घर में ही आइसोलेशन में रखे जाने का निर्णय लिया गया है। इससे बच्चों और उनके परिवारीजनों ने राहत की सांस ली है।

कोरबा से 15 जमाती भेजे जाएंगे महाराष्ट्र

कोरबा जिले में कटघोरा की मस्जिदों में मिले 43 तब्लीगी जमातियों की क्वारंटाइन की अवधि दो मई को पूरी हो गई। इसमें दिल्ली के 24 और उत्तर प्रदेश के चार जमाती रविवार को किराए की बस से अपने घरों के लिए रवाना हुए। अब बचे हुए 15 जमातियों को महाराष्ट्र रवाना किया जाएगा। इसकी अनुमति शासन ने दे दी है।

मरीजों को दवाएं और खाना देगा रोबोट

आंबेडकर अस्पताल रायपुर के बायोमेडिकल इंजीनियर ने बनाया ह्वीकल रोबोट जो 200 मीटर तक रिमोट से होगा संचालित। कैमरे से होगी मॉनिटरिंग, 60 किलो तक वजन लेकर वार्ड में पहुंचेगा रोबोट। स्पीकर लगे होने के कारण चिकित्सक और मरीज कर सकेंगे टू-वे कम्युनिकेशन।

तहसीलदार की अनुमति से शुल्क जमा कर गांव की समस्या सुलझाने ले जाए जाते हैं देवता

बस्तर की अनूठी मान्यताओं और परंपराओं में एक हैं पाठदेव। पाठदेव आदिवासी समाज के अति पूजनीय देवता हैं। ये आदिवासियों के दुखहर्ता माने जाते हैं। गांव में किसी समस्या के निराकरण के लिए तहसीलदार की अनुमति लेकर निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद पाठदेव को ग्रामीण अपने गांव लेकर जाते हैं। जनस्रुति है कि 13वीं सदी में नारायणपुर के तिमनार गांव में एक सर्प का आतंक था। आदिवासी पुजारियों ने पता कर बताया कि यह देवता हैं। इन्हीं की स्थापना पाठदेव के रूप में की गई। काकतीय राजा अन्नमदेव ने जहां भी राजधानी बसाई वहां पाठदेव का मंदिर बनाया। जगदलपुर में भी पाठदेव का मंदिर है। पाठदेव पर आस्था ऐसी है कि गांव में चोरी हो, कोई अन्य मुसीबत हो तो ग्रामीण जगदलपुर से अनुष्ठानपूर्वक पाठदेव को समस्या सुलझाने गांव ले जाते हैं। उनकी मान्यता है कि गांव में देवता के पहुंचने पर सभी उनके सामने फरियाद करते हैं तो समस्या हल हो जाती है। 

छत्तीसगढ़ का मीटर

नए मरीज-         शून्य

कुल संक्रमित -   57

ठीक हुए-          36

एक्टिव मरीज-    21

मौतें-                00

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