केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदल सकता है छत्तीसगढ़ का चेहरा, रेणुका सिंह पर गिर सकती है गाज

राष्ट्रीय नेतृत्व को रेणुका सिंह उनके खिलाफ लगातार शिकायतें मिली हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र सरगुजा के कार्यकर्ता उनसे नाखुश हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Jul 2020 08:01 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jul 2020 08:01 PM (IST)
केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदल सकता है छत्तीसगढ़ का चेहरा, रेणुका सिंह पर गिर सकती है गाज
केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदल सकता है छत्तीसगढ़ का चेहरा, रेणुका सिंह पर गिर सकती है गाज

रायपुर, राज्य ब्यूरो। नरेंद्र मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधत्व कर रहीं रेणुका सिंह को हटाया जा सकता है। अपने दबंग अंदाज के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाली रेणुका जनजातीय कार्य मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व को भी उनके खिलाफ लगातार शिकायतें मिली हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र सरगुजा के कार्यकर्ता भी उनसे नाखुश हैं। चर्चा है कि उनके स्थान पर प्रदेश से दूसरी तेजतरार्र नेत्री सरोज पांडेय को मंत्रिमंडल में लिया जा सकता है। पाण्डेय राज्यसभा सदस्य होने के साथ महाराष्ट्र की प्रभारी महामंत्री भी हैं। 

इस वजह से गरम है चर्चा

केंद्रीय राज्य मंत्री सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाए जाने की दबी जुबान चर्चा करीब छह महीने से चल रही है। सप्ताहभर पहले हुई पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद इसने और जोर पकड़ लिया है। नड्डा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से छत्‍तीसगढ़ में पार्टी के सांसदों से रूबरू हुए। केंद्र सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए पार्टी के अभियान की समीक्षा के दौरान जेपी नड्डा ने रेणुका सिंह पर अभी तक जिलों की बैठक तक नहीं लेने पर नाराजगी जताई। सिंह ने सफाई देने की कोशिश की कि बेटी की शादी की व्यस्तता की वजह से बैठक नहीं ले पाई। जेपी नड्डा इससे सहमत नहीं हुए। उन्होंने यहां तक कहा कि लगता है आप पार्टी कार्यक्रमों को गंभीरता से नहीं ले रही हैं।

हाईकोर्ट ने दिया है एफआइआर का आदेश

बिलासपुर हाईकोर्ट ने करीब एक हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआइ को रेणुका सिंह के खिलाफ एफआइआर के निर्देश दे रखे हैं। इस वर्ष जनवरी में दिए गए आदेश में हाईकोर्ट ने इसी मामले में सात आइएएस समेत 12 अफसरों पर भी केस दर्ज करने के निर्देश दे रखे हैं। मामला 2013 से 2018 के बीच राज्य निशक्तजन परामर्श संस्थान (फिजिकल रेफरल रिहेब्लिटेशन) हुई इस गड़बड़ी से जुड़ा है। तब सिंह राज्य में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री थीं।

अफसरों को दी थी बेल्ट से पीटने की धमकी

मई में उनका सरगुजा क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हुआ था। क्वारंटाइन सेंटर में अव्यवस्था से नाराज केंद्रीय मंत्री रेणुका ने जनपद सीईओ और तहसीलदार धमका रही थीं कि उन्हें अंधेरी कोठरी में लेजाकर और बेल्ट खोलकर पिटाई करना भी आता है।

रेणुका सिंह का राजनीतिक सफर 

2019 के लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी को एक लाख 57 हजार से अधिक वोटों से हराने वाली रेणुका सिंह पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रही चुकी हैं। रेणुका सिंह प्रेमनगर से दो बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। 2003 से 2005 तक महिला बाल विकास मंत्री रही हैं। वे 2005 से 2013 तक सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष भी थीं। 

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