चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी के शिकार 16 हजार लोगों को छत्तीसगढ़ के सीएम ने धनतेरस पर दिया गिफ्ट

मुख्यमंत्री बघेल ने चिटफंड कंपनी संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश के बाद दो वर्षो में कुल 34 कंपनियों के विरुद्घ धोखाधड़ी की शिकायत प्राप्त होने पर 63 मामले दर्ज किए गए। उनके 43 डायरेक्टरों आठ पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर न्यायालय प्रस्तुत किया गया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 13 Nov 2020 06:15 PM (IST) Updated:Fri, 13 Nov 2020 06:15 PM (IST)
चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी के शिकार 16 हजार लोगों को छत्तीसगढ़ के सीएम ने धनतेरस पर दिया गिफ्ट
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फाइल फोटो।

रायपुर, राज्‍य ब्‍यूरो। चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी के शिकार 16 हजार 796 लोगों के सात करोड़ 33 लाख रुपये छत्तीसगढ़ सरकार ने धनतेरस के मौके पर लौटाए। चिटफंड में निवेशकों के 24 करोड़ रुपये से अधिक फंसे हुए हैं। सरकार ने कंपनी की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों की एक तिहाई राशि की भरपाई की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर राहत पाने वालों में प्रदेश के साथ ही ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के निवेशक भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों के खाते में राशि आनलाइन हस्तांतरित की।

अभी एक चिटफंड कंपनी की संपत्ति हुई कुर्क

यह राशि राजनांदगांव की चिटफंड कंपनी याल्स्को रियल स्टेट एंड एग्रो फार्मिग लिमिटेड में निवेश करने वालों को लौटाई गई है। कंपनी के खिलाफ शिकायतें मिलने पर राजनांदगांव कलेक्टर ने संपत्तियों की जानकारी जुटाई थी, जिसमें डायरेक्टरों के स्वामित्व की कुल 292.36 एकड़ अचल संपत्ति पाई गई। विशेष न्यायालय से इस भूमि की कुर्की का आदेश मिलने के बाद उनकी नीलामी कराई गई, जिससे आठ करोड़ 15 लाख 34 हजार 345 पये प्राप्त हुए। राजनांदगांव और छुरिया तहसीलों की एक-एक संपत्ति की नीलामी अभी बाकी है। 

ऐसे चली राशि लौटाने की प्रक्रिया

27 जुलाई से 20 अगस्त 2020 तक कंपनी के निवेशकों से दावा आपत्ति प्राप्त की गई। कुल 17 हजार 171 निवेशकों ने 24 करोड़ 75 लाख 47 हजार 337 रुपये का दावा प्रस्तुत किया। आवेदनों की समीक्षा के अनुसार 16 हजार 796 निवेशकों ने पूरी जानकारी के साथ दावा प्रस्तुत किया था। अब तक संपत्तियों की नीलामी से जो राशि प्राप्त हुई है, वह दावा राशि की केवल एक तिहाई। जिला स्तरीय समिति ने प्रस्तुत दावे की राशि का 30 प्रतिशत, यानी सात करोड़ 32 लाख 95 हजार 528 रुपये लौटाने का निर्णय लिया। बचत राशि 82 लाख 38 हजार 817 रुपये समिति के पास सुरक्षित रहेगी। 

दो वर्ष में चिटफंड कंपनियों से नौ करोड़ से अधिक की वसूली

मुख्यमंत्री बघेल ने चिटफंड कंपनी संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश के बाद दो वर्षो में कुल 34 कंपनियों के विरुद्घ धोखाधड़ी की शिकायत प्राप्त होने पर 63 मामले दर्ज किए गए। उनके 43 डायरेक्टरों, आठ पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर न्यायालय प्रस्तुत किया गया। दो वर्ष में चिटफंड कंपनियों से नौ करोड़ रुपये से अधिक की वसूली हुई है। बीत दो वर्षों में कुल 43 मामलों के 80 आरोपितों को अन्य राज्यों से गिरफ्तार कर लाया गया है। इनमें मध्य प्रदेश के 39, महाराष्ट्र के नौ, राजस्थान के पांच, ओडिशा के नौ, दिल्ली के सात, बंगाल के दो, उत्तर प्रदेश के सात और बिहार के दो आरोपित शामिल हैं। 

तीन और राज्यों के निवेशकों को हुआ फायदा

सरकार ने जिन 16 हजार 796 निवेशकों को राशि लौटाई, उनमें 13 हजार 586 छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के हैं। इसी प्रकार 197 ओडिशा, 2971 महाराष्ट्र और 42 निवेशक मध्य प्रदेश के हैं। 

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