सीबीआइ ने फोन टैपिंग मामले में बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त के घर छापेमारी की

सीबीआइ के 20 अधिकारियों की टीम ने की कार्रवाई।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 26 Sep 2019 07:29 PM (IST) Updated:Thu, 26 Sep 2019 07:29 PM (IST)
सीबीआइ ने फोन टैपिंग मामले में बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त के घर छापेमारी की
सीबीआइ ने फोन टैपिंग मामले में बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त के घर छापेमारी की

नई दिल्ली, प्रेट्र। सीबीआइ ने कर्नाटक की कांग्रेस-जदएस सरकार में नेताओं और नौकरशाहों के कथित फोन टैपिंग मामले में बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त आलोक कुमार के घर पर छापेमारी की। करीब 20 सीबीआइ अधिकारी गुरुवार की सुबह सात बजे कुमार के अडुगोडी स्थित आवास पर पहुंचे और उनसे पूछताछ की। जांच अधिकारी कथित तौर पर कुछ पेन ड्राइव व कंप्यूटर की तलाश कर रहे थे। सीबीआइ ने इस मामले को बेंगलुरु पुलिस की साइबर अपराध शाखा से अपने हाथों में लेते हुए अगस्त में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से अयोग्य ठहराए गए विधायक एएच विश्वनाथ ने तत्कालीन सीएम एचडी कुमारस्वामी के कार्यकाल में उनके समेत 300 लोगों के फोन टैप किए जाने और जासूसी की शिकायत की थी। इसके बाद येदियुरप्पा ने मामले की सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी। विश्वनाथ जदएस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके थे और बाद में बागी हो गए थे।

बेंगलुरु के मौजूदा पुलिस आयुक्त भास्कर राव समेत कुछ अधिकारियों ने भी फोन टैप किए जाने की शिकायत की थी। राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद राव को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी क्रम में एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें राव किसी मध्यस्थ से बातचीत में कुमार पर बेंगलुरु पुलिस आयुक्त के पद के लिए लॉबिंग करने का आरोप लगा रहे थे।

अपने कार्यकाल में हर कोई करता है, मैं क्यों डरूं : कुमारस्वामी

सीबीआइ छापेमारी पर पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा, 'मुझे डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मेरा इस मामले से कुछ भी लेनादेना नहीं है। अपने कार्यकाल में हर कोई ऐसा करता है। अगर वे यह जांच कर रहे हैं कि अतीत में ऐसा कैसे किया गया तो मुझे डरने की क्या जरूरत है।'

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