असम की तरह बंगाल में भी एनआरसी बना भाजपा का मुद्दा

अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल सरकार बांग्लादेशियों को संरक्षण देकर आपके हक को मार रही है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Sat, 11 Aug 2018 08:53 PM (IST) Updated:Sun, 12 Aug 2018 12:19 AM (IST)
असम की तरह बंगाल में भी एनआरसी बना भाजपा का मुद्दा
असम की तरह बंगाल में भी एनआरसी बना भाजपा का मुद्दा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर जारी सियासी शोर के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को ममता बनर्जी के गढ़ कोलकाता में रैली कर एक बार फिर बंगाल की जनता के दिलों में जगह बनाने की कोशिश की।

रैली के जरिए उन्होंने एनआरसी का विरोध कर रही तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस मुद्दे पर सीधे तौर पर कठघरे में खड़ा करते हुए इसे राष्ट्रहित से जोड़ दिया। अपने भाषण में शाह ने जिस प्रकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर ममता सरकार पर प्रहार किया, उससे यह बात तो साफ हो गई है कि अब भाजपा आगामी चुनाव में एनआरसी को यहां बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाएगी।

इससे पहले असम में भाजपा इसी एनआरसी को मुद्दा बनकर सत्ता की सीढ़ी तक पहुंची है। शाह ने मिशन बंगाल पर पूरा फोकस करते हुए 2019 के आम चुनाव में बंगाल से 22 सीटें जीतने के लक्ष्य को फिर बार-बार दोहराकर तृणमूल की चिंताएं बढ़ा दी हैं। खासकर युवाओं को लक्ष्य करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार बांग्लादेशियों को संरक्षण देकर आपके हक को मार रही है।

उन्होंने बार-बार यह दोहराया कि भाजपा देश की 70 फीसद आबादी पर शासन कर रही है और बंगाल के बिना उसका लक्ष्य पूरा होने वाला नहीं है। उन्होंने खासकर जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी के आरोपों को खारिज करते हुए यह बताने की भी कोशिश की कि जिस पार्टी की नींव ही बंगाल के धरती पुत्र ने डाली थी, ऐसे में भाजपा बंगाल विरोधी कैसी हो सकती है।

एनआरसी से लेकर भ्रष्टाचार और मुस्लिम तुष्टीकरण जैसे तमाम मुद्दों पर उन्होंने तृणमूल को घेरा। पूरे भाषण के दौरान शाह का सबसे ज्यादा जोर एनआरसी पर ही रहा। इस पर उन्होंने पूरी तरह से तृणमूल को घेरते हुए यहां की जनता के मन में ममता की नकारात्मक व देशविरोधी राजनीति की बात को भरने की कोशिश की। वहीं, अपने कार्यकर्ताओं में भी उन्होंने जोश भरते हुए तृणमूल से मुकाबला करने का मंत्र दिया।

शाह ने कहा कि भाजपा का निर्माण ही संघर्ष से हुआ है और आप संघर्ष करिये। बंगाल में आपका ही शासन होगा। दरअसल, बंगाल में इस साल शाह की यह चौथी रैली थी। इससे एक बात तो अब साफ हो गई है कि भाजपा अध्यक्ष जिस प्रकार से बंगाल पर फोकस किए हुए हैं, उससे यहां आने वाला मुकाबला बेहद ही दिलचस्प होगा।

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