भारत में कोविड-19 से लड़ाई में नेतृत्व के लिए बिल गेट्स ने की पीएम मोदी की सराहना

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और समाजसेवी बिल गेट्स ने मोदी सरकार के लॉकडाउन और केंद्रित जांच के विस्तार जैसे प्रोएक्टिव उपायों की प्रशंसा की है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 22 Apr 2020 09:37 PM (IST) Updated:Wed, 22 Apr 2020 09:37 PM (IST)
भारत में कोविड-19 से लड़ाई में नेतृत्व के लिए बिल गेट्स ने की पीएम मोदी की सराहना
भारत में कोविड-19 से लड़ाई में नेतृत्व के लिए बिल गेट्स ने की पीएम मोदी की सराहना

नई दिल्ली, प्रेट्र। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और समाजसेवी बिल गेट्स ने भारत में कोविड-19 महामारी से लड़ाई में नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है। उन्होंने मोदी सरकार के लॉकडाउन और केंद्रित जांच के विस्तार जैसे प्रोएक्टिव उपायों की प्रशंसा की है।

कोविड-19 से जंग में डिजिटल क्षमता का पूरी तरह इस्तेमाल

अधिकारियों के मुताबिक, मोदी को लिखे पत्र में गेट्स ने कहा है, वह इस बात से खुश हैं कि कोविड-19 से जंग में भारत सरकार अपनी असाधारण डिजिटल क्षमता का पूरी तरह इस्तेमाल कर रही है। उसने कोरोना वायरस की ट्रैकिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्वास्थ्य सेवाओं से लोगों को जोड़ने के लिए 'आरोग्य सेतु' डिजिटल एप को लांच किया है।

गेट्स ने पीएम को पत्र लिखकर लॉकडाउन और अन्य प्रोएक्टिव उपायों की प्रशंसा की

पत्र में गेट्स लिखते हैं, 'हम आपके नेतृत्व और आपकी व आपकी सरकार के उन प्रोएक्टिव उपायों की सराहना करते हैं जो भारत में कोविड-19 के संक्रमण की दर को कम करने के लिए किए गए हैं।' उन्होंने कोविड-19 से लड़ने में मोदी सरकार द्वारा अपनाए गए राष्ट्रीय लॉकडाउन; आइसोलेशन, क्वारंटाइन व देखभाल के लिए हॉटस्पॉट की पहचान में केंद्रित जांच के विस्तार; स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि; अनुसंधान एवं विकास के साथ-साथ डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा देने जैसे कदमों की सराहना की है। गेट्स ने कहा है कि यह देखना सुखद है कि आप सभी भारतीयों के लिए पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य अनिवार्यता को संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं।

कोरोना पर केंद्र कराएगा फोन पर सर्वे

कोरोना वायरस को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने आम नागरिकों के बीच टेलीफोन से सर्वे कराने का फैसला किया है। इसके तहत नागरिकों से फोन पर कुछ सवाल पूछे जाएंगे ताकि इसके जरिये लोगों में कोरोना के लक्षण को लेकर शुरुआती अनुमान और जानकारी जुटाई जा सके। नेशनल इनफार्मेटिक्स सेंटर (एनआइसी) को इस सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है जो अपने फोन नंबर 1921 के जरिये मोबाइल फोन पर संपर्क कर फीडबैक लेगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से इस सर्वे में सहयोग का आग्रह किया है। नागरिकों से भी इसमें सकारात्मक भागीदारी की अपील करते हुए कहा गया है कि यह सर्वे विश्वसनीय है।

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