छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार आज करेगी अविश्वास प्रस्ताव का सामना, विपक्ष से निपटने के लिए बनाई यह रणनीति
Chhattisgarh news छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार आज विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी। इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा दोपहर 12 बजे के बाद की जाएगी। वहीं सरकार ने भी सदन में भाजपा से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है।
रायपुर, आनलाइन डेस्क। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार आज विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी। सरकार के लगभग पौने चार वर्ष के कार्यकाल में लाया गया यह पहला अविश्वास प्रस्ताव होगा, जिस पर सदन में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे के बाद चर्चा शुरू होगी। हालांकि संख्या बल के हिसाब से प्रस्ताव का गिरना तय माना जा रहा है, लेकिन इस पर चर्चा के दौरान सदन में दोनों तरफ से तीखे हमले होने की उम्मीद है। बता दें कि बुधवार को ही मानसून सत्र का आंतिम दिन भी है।
अविश्वास प्रस्ताव से निपटने की रणनीति पर चर्चा
इससे पहले, भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में अविश्वास प्रस्ताव से निपटने की रणनीति पर चर्चा की गई। विधानसभा में आज यानि बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी।
मंत्रियों को दी गई सरकार के कामकाज की जानकारी
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंत्रियों को सरकार के कामकाज की जानकारी दी गई और उन्हें विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार किया गया।
बैठक में शामिल नहीं हुए मंत्री टीएस सिंहदेव
कांग्रेस सरकार आने के बाद विधानसभा में विपक्ष की ओर से पहला अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि विपक्ष के हर आरोप का दमदारी से जवाब दिया जाए। विधायक दल की बैठक में मंत्री टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए। सिंहदेव अभी भोपाल में डेरा डाले हुए हैं।
सरकार की ओर से ये मंत्री संभालेंगे मोर्चा
भूपेश बघेल सरकार की ओर से मंत्री रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर और शिव डहरिया मोर्चा संभालेंगे। वहीं, करीब 40 विधायकों के लिए अविश्वास प्रस्ताव का पहला अनुभव होगा।
सदन में हुआ जोरदार हंगामा
इससे पहले, सोमवार को सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला। विपक्ष ने छत्तीसगढ़ में उद्योगों की स्थापना में ग्रामसभा की अनदेखी का आरोप लगाया। वहीं, इसका जवाब देते हुए मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि उद्योगों की स्थापना में सभी नियमों का पालन किया गया है।
भाजपा सदस्यों ने किया बहिर्गमन
हालांकि उनके जवाब से असंतुष्ट भाजपा के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया। भाजपा के शिवरतन शर्मा, नारायण चंदेल और सौरभ सिंह ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से यह मामला उठाया था।