पीएम मोदी के 'OM' और 'गाय' वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी का पलटवार, जानिए- क्या कहा

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा गाय हमारे हिंदू भाइयों के लिए एक पवित्र जानवर है

By Nitin AroraEdited By: Publish:Wed, 11 Sep 2019 04:31 PM (IST) Updated:Wed, 11 Sep 2019 06:15 PM (IST)
पीएम मोदी के 'OM' और  'गाय' वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी का पलटवार, जानिए- क्या कहा
पीएम मोदी के 'OM' और 'गाय' वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी का पलटवार, जानिए- क्या कहा

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मथुरा के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया। साथ ही सबसे पहले उन्होंने 'स्वच्छता ही सेवा' का शुभारंभ भी किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस बार यह अभियान प्लास्टिक के खिलाफ चलाया जा रहा है, जो 11 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा। हालांकि, उन्होंने श्रीकृष्ण की धरती से विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा था कि 'ओम' या 'गाय' शब्‍द सुनते ही कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। अब इसके जवाब में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया।

'गाय शब्द सुनते ही कुछ के बाल खड़े हो जाते हैं।' पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने कहा, 'गाय हमारे हिंदू भाइयों के लिए एक पवित्र जानवर है लेकिन संविधान में जीवन और समानता का अधिकार मनुष्यों को दिया गया है, मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इसे ध्यान में रखेंगे'। 

कान में गाय शब्‍द पड़ता है तो...
बता दें कि पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि ओम या गाय शब्‍द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं। कुछ लोगों के कान में गाय शब्‍द पड़ता है तो उनके बाल खड़े हो जाते हैं। उनको करंट लग जाता है। उनको लगता है कि देश 16वीं 17वीं सदी में चला गया है। ऐसे लोगों ने ही देश को बर्बाद किया है।

ब्रज वासिन को मेरी राधे-राधे
श्रीकृष्ण की धरती पर पहुंचे देश के प्रधानमंत्री ने पशुओं को रोग मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया। भगवान श्रीकृष्ण और राधाजी की धरती को नमन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पवन ब्रज भूमि की पवित्र माटी को प्रणाम करता भये सब ब्रज वासिन को मेरी राधे-राधे। नए जनादेश के बाद कान्हा की नगरी में पहली बार आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

9/11 को याद किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी हमले की याद दिला आतंकवाद को पाकिस्तान से जोड़ा। उन्होंने कहा कि आज आतंकवाद विचारधारा बन गई है, जो किसी सरहद से नहीं बंधी है। यह एक ग्लोबल प्रॉब्लम है, जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं। आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत पूर्ण रूप से सक्षम है और हमने करके दिखाया भी है। हाल में आतंक विरोधी कानून भी इसी दिशा में किया गया काम है। समस्या आतंक की हो या पर्यावरण की, मिलकर लड़ना होगा।
 

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