वुहान में PM मोदी ने याद किए पुराने दिन, कहा- चीन और भारत की संस्कृति नदी के किनारों पर विकसित
मोदी सबसे ज्यादा यानी चार बार चीन का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री। वे 9-10 जून को SCO शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भी चीन आएंगे।
वुहान (प्रेट्र/आइएएनएस)। अपने दो दिवसीय चीन दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वुहान में हैं। जहां शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हुबेई प्रोविंशियल म्यूजियम में स्वागत किया। इस दौरान चिनफिंग ने मोदी को कुछ ऐतिहासिक कला संग्रह और चीन की प्राचीन सभ्यता से जुड़े सांस्कृतिक अवशेष दिखाए। म्यूजियम घूमने के लिए 20 मिनट निर्धारित थे, लेकिन यह 40 मिनट तक चला। इसके बाद हुई बातचीत के दौरान मोदी ने अपने पुराने दिन भी याद किए।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब वुहान आने का गौरव प्राप्त हुआ था। मैंने यहां के थ्री गोर्जेस बांध के बारे में बहुत सुना था। जिस रफ्तार से आपने बांध का निर्माण कराया, उसने मुझे प्रेरित किया। मैं एक अध्ययन भ्रमण पर आया था और बांध पर एक दिन भी बिताया था।' प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन और भारत की संस्कृति नदी के किनारों पर ही विकसित हुई है। अगर हम मोहनजोदड़ो और हड़प्पा संस्कृति की बात करें तो सारा विकास नदियों के किनारे ही हुआ है।
पीएम मोदी ने तोड़े ये रिकॉर्ड
- मोदी सबसे ज्यादा यानी चार बार चीन का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इसके बाद वह 9-10 जून को एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भी चीन आएंगे। जबकि मनमोहन सिंह अपने 10 साल के शासनकाल में तीन बार चीन गए थे। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चार साल में सिर्फ एक बार भारत यात्रा की है।
- मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिनसे चीनी नेता ने प्रोटोकॉल तोड़कर अनौपचारिक बातचीत की है। पहले प्रधानमंत्री की आधिकारिक मुलाकात चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग से होती थी। इसके बाद ही वह राष्ट्रपति से मिल पाते थे।
- ऐसा पहली बार हो रहा है कि दोनों देशों के नेताओं की बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी नहीं हो रहा है।
- दोनों नेताओं के बीच यह 11वीं बैठक है। मोदी ने इससे पहले सबसे ज्यादा आठ बार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की थी।