25 सितंबर को विराट कोहली और मीराबाई चानू हासिल करेंगे खेल रत्न

राष्ट्रपति उसी दिन द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।

By Lakshya SharmaEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 09:47 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 10:42 AM (IST)
25 सितंबर को विराट कोहली और मीराबाई चानू हासिल करेंगे खेल रत्न
25 सितंबर को विराट कोहली और मीराबाई चानू हासिल करेंगे खेल रत्न

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और विश्व चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू 25 सितंबर को प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार हासिल करेंगे। खेल मंत्रालय ने गुरुवार को इस पर अंतिम मुहर लगा दी।

अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए 20 खिलाडि़यों में भाला फेंक स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा शामिल हैं। बुधवार को तीरंदाजी कोच जीवनजोत सिंह का नाम पूर्व में अनुशासनहीनता के एक मामले के कारण द्रोणाचार्य पुरस्कारों की सूची से हटा दिया गया था। कोहली पिछले तीन साल से बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। उन्हें इससे पहले 2016 और 2017 में भी इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। 

राष्ट्रपति उसी दिन द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ी पदक और प्रशस्ति पत्र के अलावा 7.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है। अर्जुन, द्रोणाचार्य तथा ध्यानचंद पुरस्कार विजेता को लघुप्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

39 की उम्र में कुटप्पा को मिलेगा द्रोणाचार्य 

भारतीय मुक्केबाजी कोच सीए कुटप्पा को उनकी कोचिंग काबिलियत के आधार पर द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा जाएगा और वह इस बात से हैरान हैं कि उन्हें महज 39 साल की उम्र में इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। भारतीय मुक्केबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाले विजेंद्र सिंह की उपलब्धि में कुटप्पा की भूमिका अहम थी।

कुटप्पा ने कहा, 'मैंने एक क्षण के लिए भी नहीं सोचा कि यह सम्मान मुझे महज 39 साल की उम्र में मिल जाएगा। 2009 में वीजू (विजेंद्र) ने मुझे कहा था कि कोच सर, आप आवेदन तो भरो, मैं आपका समर्थन करूंगा लेकिन मैंने कहा कि मैं इसके बारे में कैसे सोच सकता हूं।' कुटप्पा ने सिर्फ विजेंद्र ही नहीं बल्कि सुरंजय सिंह और शिव थापा जैसे मुक्केबाजों की प्रतिभा को भी निखारा हैं। 

तेजा के लिए अर्जुन पुरस्कार विजेताओं ने लिखा पत्र 

अभिषेक वर्मा और रजत चौहान सहित अर्जुन पुरस्कार विजेता तीरंदाजों ने गुरुवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनके कोच जीवनजोत सिंह तेजा को द्रोणाचार्य सम्मान से महरूम नहीं किया जाए।

 रिटायर्ड जस्टिस मुकुल मुद्गल की अगुआई वाली चयन समिति ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए तेजा के नाम की सिफारिश की थी लेकिन खेल मंत्रालय ने अतीत में इस कोच के खिलाफ अनुशासन के एक मामले का हवाला देकर उसका नाम काट दिया। वी ज्योति सुरेखा सहित तीरंदाजों ने इस पत्र की एक प्रति खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को भी भेजी है। 

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