कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल, अब डोप टेस्ट से बच रही हैं पूनम यादव?

भारतीय भारोत्तोलक पूनम यादव पिछले 20 दिनों से पटियाला में लगे राष्ट्रीय शिविर में भाग नहीं ले रही हैं।

By Pradeep SehgalEdited By: Publish:Thu, 10 May 2018 12:12 PM (IST) Updated:Thu, 10 May 2018 12:12 PM (IST)
कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल, अब डोप टेस्ट से बच रही हैं पूनम यादव?
कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल, अब डोप टेस्ट से बच रही हैं पूनम यादव?

नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 69 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय भारोत्तोलक पूनम यादव पिछले 20 दिनों से पटियाला में लगे राष्ट्रीय शिविर में भाग नहीं ले रही हैं और इसके लिए भारतीय भारोत्तोलन संघ (आइडब्ल्यूएफ) ने उन्हें दो बार कारण बताओ नोटिस भी भेजा है। उन्हें भारत सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) से भी बाहर कर दिया गया है।

आइडब्ल्यूएफ के एक पदाधिकारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूनम यादव डोप टेस्ट से बचना चाह रही हैं। जब इस मामले में आइडब्ल्यूएफ के महासचिव सहदेव यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को कॉमनवेल्थ गेम्स खत्म हो गए थे और उसके बाद से ही पटियाला में भारोत्तोलकों का कैंप लगाया गया था। इसमें सभी फिट भारोत्तोलक भाग ले रहे हैं लेकिन पूनम बिना किसी जानकारी के कैंप में अब तक शामिल नहीं हुईं। उन्हें दो बार कारण बताओ नोटिस भेजा गया, उन्होंने उसका भी जवाब नहीं दिया। इसी कारण उन्हें टॉप्स से बाहर कर दिया गया है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या डोप टेस्ट से बचने के कारण वह ऐसा कर रही हैं तो उन्होंने कहा, हो सकता है। उन्होंने साफ कहा कि इस कारण से फिलहाल पूनम का इस साल इंडोनेशिया में होने वाले एशियन गेम्स में भी खेलना मुश्किल है। कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले दो और भारोत्तोलकों रागला वेंकेट राहुल और सतीश शिवलिंगम के नाम भी टॉप्स से कटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये दोनों चोटिल हैं। अगर वे फिट हो जाते हैं तो टॉप्स में उनका नाम दोबारा जुड़ सकता है।

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