पंकज आडवाणी का विश्व चैंपियनशिप में दबदबा कायम, जीता 22वां विश्व खिताब

पंकज आडवाणी ने 150 अप प्रारूप में लगातार चौथे आइबीएसएफ विश्व बिलिय‌र्ड्स चैंपियनशिप के खिताब के साथ अपने करियर का 22वां विश्व खिताब जीता।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 07:42 PM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 07:42 PM (IST)
पंकज आडवाणी का विश्व चैंपियनशिप में दबदबा कायम, जीता 22वां विश्व खिताब
पंकज आडवाणी का विश्व चैंपियनशिप में दबदबा कायम, जीता 22वां विश्व खिताब

मंडाले (म्यांमार), प्रेट्र। भारत के स्टार क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने 150 अप प्रारूप में लगातार चौथे आइबीएसएफ विश्व बिलिय‌र्ड्स चैंपियनशिप के खिताब के साथ अपने करियर का 22वां विश्व खिताब जीता। बिलिय‌र्ड्स के छोटे प्रारूप में यह 34 साल के आडवाणी का पिछले छह साल में पांचवां खिताब है। पिछले साल की तरह इस साल भी आडवाणी ने फाइनल में स्थानीय दावेदार नेम थ्वॉय ओ के खिलाफ 6-2 से आसान जीत दर्ज की।

आडवाणी ने मुकाबले की शानदार शुरुआत की और 145, 89 और 127 के ब्रेक के साथ जल्द ही 3-0 की बढ़त बना ली। थ्वॉय ओ ने 63 और 62 के ब्रेक के साथ अगला फ्रेम जीता। आडवाणी ने इसके बाद 150 के अटूट ब्रेक और 74 के ब्रेक के साथ आसानी से मुकाबला जीत लिया, जिससे थ्वॉय ओ को लगातार दूसरे साल रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बेंगलुरु के आडवाणी से अधिक विश्व क्यू खिताब किसी खिलाड़ी ने नहीं जीते हैं।

आडवाणी ने कहा, 'प्रत्येक बार मैं जब भी विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेता हूं तो एक चीज स्पष्ट होती है, मेरी प्रेरणा में कोई कमी नहीं होती। यह जीत इस बात का सबूत है कि मेरी भूख और मेरे अंदर की आग बरकरार है।' आडवाणी को 24 घंटे के भीतर स्नूकर में लय हासिल करनी होगी क्योंकि उन्हें आइबीएसएफ विश्व 6 रेड स्नूकर और विश्व टीम स्नूकर चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है। भारतीय खिलाड़ी ने 2014 के बाद से बिलिय‌र्ड्स, स्नूकर दोनों में ही हर साल खिताब जीता है। उन्होंने कहा, 'यह एक अविश्वसनीय जीत है। लगातार चार साल तक खिताब जीतना और पिछले छह फाइनल में से पांच बार खिताब अपने नाम करना मेरे लिए यह एक बेहद खास उपलब्धि है।'

नंबर गेम :

- 06 साल में भारतीय खिलाड़ी पंकज आडवाणी की यह विश्व बिलिय‌र्ड्स चैंपियनशिप की पांचवीं खिताबी ट्रॉफी है। इसके साथ ही उन्होंने लगातार चौथी बार यह खिताब जीता। 

- 34 वर्षीय पंकज ने एशियन गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने ये पदक 2006 दोहा गेम्स और 2010 ग्वांग्झू गेम्स में जीते थे। 

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