ISSF विश्व चैंपियनशिप: मिथरवाल ने जीता गोल्ड, मनु और हीना फाइनल में नहीं बना सकी जगह

ओम प्रकाश मिथरवाल ने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा जीतकर आइएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 08:06 PM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 08:06 PM (IST)
ISSF विश्व चैंपियनशिप: मिथरवाल ने जीता गोल्ड, मनु और हीना फाइनल में नहीं बना सकी जगह
ISSF विश्व चैंपियनशिप: मिथरवाल ने जीता गोल्ड, मनु और हीना फाइनल में नहीं बना सकी जगह

चांगवोन (दक्षिण कोरिया), प्रेट्र। भारतीय निशानेबाज ओम प्रकाश मिथरवाल ने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा जीतकर आइएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।

इस साल गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स की 10 मीटर एयर पिस्टल और 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा के कांस्य पदक विजेता 23 वर्षीय मिथरवाल 564 अंक जुटाकर शीर्ष पर रहे। जूनियर वर्ग में एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता सौरभ चौधरी और अभिदंया पाटिल ने 10 मीटर एयर पिस्टल में मिक्स्ड टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। इन दो पदक के साथ भारत ने 12 साल पहले जागरेब में छह पदक के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया।

मिथरवाल की स्पर्धा में सर्बिया के दामिर मिकेच ने 562 अंक के साथ रजत जबकि स्थानीय दावेदार दाइंयुंग ली ने 560 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। वर्ष 2014 टूर्नामेंट के रजत पदक विजेता अनुभवी जीतू राई ने निराश किया और वह 552 अंक का बेहद खराब प्रदर्शन करते हुए 17वें स्थान पर रहे।

मौजूदा टूर्नामेंट 2020 टोक्यो ओलंपिक का पहला क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है लेकिन 50 मीटर पिस्टल अब ओलंपिक का हिस्सा नहीं है इसलिए कोई कोटा स्थान नहीं मिला। इस वर्ग की टीम स्पर्धा में मिथरवाल, जीतू और मनजीत (532) 1648 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहे।

मनजीत व्यक्तिगत स्पर्धा में 56वें स्थान पर रहे और जीतू की तरह फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे।

महिला निशानेबाजों के पास ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका था लेकिन वे 10 मीटर एयर पिस्टल में नाकाम रही। एशियन गेम्स में पदक जीतने में नाकाम रही युवा मुन भाकर और अनुभवी निशानेबाज हिना सिद्धू दोनों ही फाइनल में जगह नहीं बना पाईं। मनु 574 अंक के साथ 13वें जबकि हीना 571 अंक के साथ 29वें स्थान पर रहीं।

मनु, हीना और श्वेता सिंह (568) की भारतीय टीम 1713 अंक जुटाकर चौथे स्थान पर रही। सौरभ और पदार्पण कर रही अभिदंया ने इसके बाद 761 अंक के साथ पांच टीमों के फाइनल में जगह बनाई। देवांशी राणा और अनमोल जैन की भारत की दूसरी जोड़ी ने भी 765 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया।

सौरभ और अभिदंया ने फाइनल में 329.6 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। इस स्पर्धा का स्वर्ण और रजत मेजबान दक्षिण कोरिया की झोली में गया। स टूर्नामेंट की 15 स्पर्धाओं में 60 ओलंपिक कोटा दांव पर लगे हुए हैं।

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