सिलेसियान ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट: मैरी कॉम और ज्योति ने जीता गोल्ड मेडल

मैरी कॉम और ज्योति गुलिया ने 13वें सिलेसियान ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीते।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 12:52 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 12:52 PM (IST)
सिलेसियान ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट: मैरी कॉम और ज्योति ने जीता गोल्ड मेडल
सिलेसियान ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट: मैरी कॉम और ज्योति ने जीता गोल्ड मेडल

नई दिल्ली, प्रेट्र। पांच बार की विश्व चैंपियन रही एम सी मैरी कॉम (48 किग्रा) और ज्योति गुलिया (51 किग्रा) ने पोलैंड के ग्लीवाइस में 13वें सिलेसियान ओपन मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीते। मैरी कॉम का यह इस वर्ष तीसरा स्वर्ण पदक है जबकि गुलिया यूथ स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज रहीं।

चोट के कारण मैरी कॉम जकार्ता एशियन गेम्स में नहीं खेल पाई थी। उन्होंने फाइनल में कजाखिस्तान की एजेरिम कसानयेवा को 5-0 से शिकस्त दी। पूर्व युवा विश्व चैंपियन गुलिया ने फाइनल में पोलैंड की तातिना प्लुटा को हराकर स्वर्ण पर कब्जा जमाया।

सरिता के अलावा लवलिना बोरगोहेन (69 किग्रा) और पूजा रानी (81 किग्रा) का अभियान भी सेमीफाइनल में ही समाप्त हुआ। सरिता को करीना इब्रागिमोवा से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि भारतीय दल को यह फैसला विवादास्पद लगा। टीम के साथ गए एक कोच ने कहा, 'यह विवादास्पद फैसला था। सरिता निश्चित रूप से बेहतर थी लेकिन जजों ने उसके पक्ष में फैसला नहीं दिया। यहां तक कि घरेलू दर्शक भी उसका समर्थन कर रहे थे क्योंकि हर कोई इसे देख सकता था।' लवलिना को पोलैंड की कैरोलिना कोसजेवस्का से 1-4 से हार मिली, जिसे भारतीयों ने 'अनुचित' करार दिया। पूजा को स्थानीय प्रबल दावेदार एगाता काक्जमारस्का से 2-3 से पराजय देखनी पड़ी। इससे पहले भारतीय जूनियर मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने छह स्वर्ण, छह रजत और एक कांस्य सहित कुल 13 पदक अपने नाम किए।

पिंकी फाइनल में पहुंची

नई दिल्ली, प्रेट्र। कॉमनवेल्थ गेम्स की पूर्व कांस्य पदक विजेता पिंकी जांगड़ा तुर्की के इस्तांबुल में चल रहे अहमेट कोमार्ट टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गई जबकि पांच अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में जगह पक्की की। पिंकी ने 51 किग्रा के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की तायलाह रोबर्टसन को मात दी। इससे पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में पूर्व विश्व चैंपियन स्टेलुटा दुता को 5-0 से हराया था। सेमीफाइनल में जगह पक्की करने वालो में सोनिया लाठेर (57 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), मीना कुमारी (54 किग्रा), सिमरनजीत कौर (64 किग्रा) और भाग्यवती काचरी (81 किग्रा) शामिल हैं। दो बार एशियाई रजत पदक विजेता सोनिया ने क्वार्टर फाइनल में स्थानीय दावेदार बिन्नाज ओजडेमिर को शिकस्त दी। मोनिका ने बुलगारिया की ईमी-मारी तोदोरोवा पर 4-1 की जीत दर्ज की। मीना ने एक अन्य स्थानीय खिलाड़ी तुग्सेनाज सुरमेनिलि को पराजित किया। सिमरनजीत ने रूस की अलेक्सांद्रा ओरडिना को 5-0 से करारी शिकस्त दी।

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