जगदीश के बाहर होने के साथ ही प्योंगचांग में खत्म हुआ भारतीय अभियान

जगदीश दौड़ के दौरान 1.5 किलोमीटर तक शीर्ष एथलीट से महज चार सेकेंड पीछे थे लेकिन जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ा वह पिछड़ते चले गए।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Sat, 17 Feb 2018 04:49 PM (IST) Updated:Sun, 18 Feb 2018 11:52 AM (IST)
जगदीश के बाहर होने के साथ ही प्योंगचांग में खत्म हुआ भारतीय अभियान
जगदीश के बाहर होने के साथ ही प्योंगचांग में खत्म हुआ भारतीय अभियान

प्योंगचांग, प्रेट्र। क्रॉस-कंट्री स्कीइंग में जगदीश सिंह के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ 2018 में भारत का अभियान समाप्त हो गया। पदक की इकलौती उम्मीद बचे जगदीश मंगलवार को पुरुषों की 15 किलोमीटर फ्रीस्टाइल क्रॉस-कंट्री दौड़ में 103वें स्थान पर रहे। पहली बार ओलंपिक का हिस्सा बनने उतरे 26 वर्षीय जगदीश ने 43.03 मिनट के साथ अपनी दौड़ पूरी की लेकिन वह 119 प्रतियोगियों में 103वें स्थान पर रहे। जगदीश स्विट्जरलैंड के डारियो क्लोग्ना से 9:16.4 मिनट पीछे रहे जिन्होंने लगातार तीसरी बार ओलंपिक खेलों का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नॉर्वे के सिमेन क्रूजर ने रजत और रूस के ओलंपिक एथलीट (ओएआर) डेनिस स्पित्सोव ने कांस्य पदक झटका। जगदीश दौड़ के दौरान 1.5 किलोमीटर तक शीर्ष एथलीट से महज चार सेकेंड पीछे थे लेकिन जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ा वह पिछड़ते चले गए।

शीतकालीन ओलंपिक में भारत के दो प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। जगदीश से पहले पुरुष सिंगल्स के ल्यूज मुकाबले में शिवा केशवन ने भाग लिया था जो 34वें स्थान पर रहे थे। वह रिकॉर्ड छठी और आखिरी बार में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। शीतकालीन खेलों के इतिहास में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। भारत ने पहली बार 1964 के में भाग लिया था जहां पोलिश मूल के अल्पाईन स्कीयर जेरेमी बुजाक्वोस्की ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वह 1968 में भी दूसरी बार खेलने उतरे। वहीं 1988 के में अल्पाईन स्कीयर शैलेजा कुमार, गुरु देव और किशोर रत्न राय ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। शिवा केशवन ने 1998 में पहली बार में भारत का झंडा लेकर मार्च पास्ट किया था।

आयरन मैन ने जीता गोल्ड

दक्षिण कोरिया के आयरन मैन, युन सुंग-बिन ने पुरुषों के स्केलेटोन मुकाबले का स्वर्ण पदक जीत अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया। स्केलेटोन मुकाबलों में युन स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले एशियाई एथलीट भी बन गए हैं। इस तरह से की मेजबानी कर रहे दक्षिण कोरिया को युन ने दूसरी सुनहरी सफलता दिलाई। मुकाबले के बाद राहत की सांस लेते हुए उन्होंने कहा कि अब वह अपना फोन बंद करके बस सोना चाहते हैं।

खिलाड़ियों में नोरोवायरस का पहला मामला

यहां दो एथलीटों के नोरोवायरस के संपर्क में आने का मामला सामने आया। स्विट्जरलैंड ने बताया कि इनमें से एक फ्रीस्टाइल स्कीयर फेबियन बॉश हैं जबकि उन्होंने दूसरे का नाम बताने से इन्कार कर दिया। स्विस प्रवक्ता ने कहा कि दूसरे सभी सुरक्षित हैं। हमसे जो बन रहा था, हमने वो सब किया है। हम उन्हें (संक्रमित एथलीट) दूसरों से दूर ले गए और अब उनको इस समस्या से निजात पाना होगा। उधर आइओसी ने भी बताया कि ये दोनों एथलीटों खेल गांव में नहीं रह रहे हैं।

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