यूथ ओलंपिक: मुक्केबाजी में भारतीय चुनौती समाप्त
ज्योति गुलिया की क्वार्टर फाइनल में हार के साथ ही यूथ ओलंपिक में मुक्केबाजी में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई।
ब्यूनस आयर्स। पूर्व विश्व चैंपियन ज्योति गुलिया (51 किलो) की क्वार्टर फाइनल में हार के साथ ही यूथ ओलंपिक में मुक्केबाजी में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। ज्योति यूथ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली इकलौती भारतीय मुक्केबाज थीं। उन्हें सोमवार रात को इटली की मुक्केबाज मार्टिना ला पिएना के खिलाफ 0-5 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
पिछले महीने पोलैंड में आयोजित सिलेसियन ओपन में स्वर्ण पदक जीतने वाली हरियाणा की ज्योति से अच्छे प्रदर्शन की आशा थी, लेकिन वह उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकीं। यूथ ओलंपिक में भारत को केवल दो पदक हासिल हुए हैं जो 2010 के आयोजन में शिव थापा (रजत) और विकास कृष्ण (कांस्य) ने जीते थे। वह भारत का यूथ ओलंपिक में अब तक का मुक्केबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। 2014 में गौरव सोलंकी चौथे स्थान पर रहे थे।