हिमा दास बोलीं- दुखी हूं कि लोग पुलिस-डॉक्टर पर पत्थर बरसा रहे हैं

हिमा दास ने कहा है कि पुलिस और डॉक्टरों पर पथराव करने वालों से मैं दुखी हैं इन कार्रवाई होनी चाहिए।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Sat, 04 Apr 2020 08:25 AM (IST) Updated:Sat, 04 Apr 2020 08:25 AM (IST)
हिमा दास बोलीं- दुखी हूं कि लोग पुलिस-डॉक्टर पर पत्थर बरसा रहे हैं
हिमा दास बोलीं- दुखी हूं कि लोग पुलिस-डॉक्टर पर पत्थर बरसा रहे हैं

नई दिल्ली, जेएनएन। मध्य प्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पत्थर बरसाए गए, जबकि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस पर पथराव किया गया। वहीं, गाजियाबाद में तब्लीगी जमात के लोगों ने महिला चिकित्साकर्मियों के साथ बदतमीजी की। ये कुछ ऐसे मामले हैं जो कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे देश के वॉरियर्स के लिए मनोबल तोड़ने वाले हैं। ऐसे में भारत के खिलाड़ियों ने कहा है कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

भारतीय महिला धावक हिमा दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह दुखी हैं कि लोग पुलिस और डॉक्टर पर पत्थर बरसा रहे हैं। असम पुलिस में डीएसपी हिमा दास ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें बताया कि सरकार कोरोना को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है। साथ ही हमें बताया गया कि हम कैसे घर में रहकर लॉकडाउन का पालन कर सकते हैं। हिमा दास ने दास ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

21 दिन के बाद भी घर से न निकलें

स्प्रिंटर हिमा दास ने कहा, "मैंने कहा कि 21 दिन का लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी जब तक पूरी तरह से कोरोना वायरस खत्म नहीं होता है लॉकडाउन के नियम लागू रहने चाहिए। लोगों को अपने घरों से बाहर नहीं जाना चाहिए और शारीरिक दूरियां बनाए रखनी चाहिए।" बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है जो 14 अप्रैल तक लागू रहेगा।

स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों को सजा मिले

भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि जिन लोगों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला किया है उनको सजा मिलनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सिक्किम में पीपीई और टेस्टिंग किट्स उपलब्ध कराने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि उनमें संक्रमण फैलने की संभावना सबसे अधिक है।

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