इतिहास रचने से चूकी सात्विक-चिराग की जोड़ी, 36 साल बाद आया था ऐसा मौका

फ्रेंच ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में रविवार को भारतीय जोड़ी को मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजय सुकामुल्जो की टॉप सीड जोड़ी ने हराया।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Oct 2019 11:40 PM (IST) Updated:Mon, 28 Oct 2019 11:40 PM (IST)
इतिहास रचने से चूकी सात्विक-चिराग की जोड़ी, 36 साल बाद आया था ऐसा मौका
इतिहास रचने से चूकी सात्विक-चिराग की जोड़ी, 36 साल बाद आया था ऐसा मौका

पेरिस, प्रेट्र। फ्रेंच ओपन में भारतीय स्टार खिलाड़ियों के सिंगल्स में हारकर बाहर होने के बाद खिताब की उम्मीद डबल्स में लगी थी। फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचने वाले सात्विक साईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष डबल्स जोड़ी के खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया। फ्रेंच ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में रविवार को इस भारतीय जोड़ी को मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजय सुकामुल्जो की टॉप सीड जोड़ी ने हराया।

भारतीय जोड़ी को मार्कस और केविन से 18-21, 16-21 से हार का सामना करना पड़ा। इंडोनेशिया की जोड़ी का यह विश्व में नंबर एक रैंकिंग पर 121वां सप्ताह है। सात्विक और चिराग अभी तक सात बार उनसे भिड़े हैं, लेकिन हर बार भारतीय जोड़ी को पराजय झेलनी पड़ी। अगस्त में थाइलैंड ओपन का खिताब जीतने वाले सात्विक और चिराग 35 मिनट तक चले फाइनल में थोड़ा नर्वस दिखे।

इस हार के बावजूद इस जोड़ी का प्रदर्शन सराहनीय रहा क्योंकि वह विश्व टूर 750 के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पुरुष डबल्स जोड़ी है। पार्थो गांगुली और विक्रम सिंह बिष्ट आखिरी भारतीय जोड़ी थी जिसने 1983 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था।

सिंगल्स में किदांबी श्रीकांत ने 2017 में पुरुष वर्ग का खिताब जीता था, जबकि साइना नेहवाल 2012 में यहां फाइनल में पहुंची थीं। सात्विक और चिराग की शुरुआत अच्छी नहीं रही और इंडोनेशिया की जोड़ी ने 7-1 से बढ़त बना ली। भारतीय जोड़ी ने हालांकि इसके बाद वापसी की और वे एक समय स्कोर को 17-17 से बराबरी पर ले आए।

इंडोनेशिया की जोड़ी ने हालांकि जल्द ही तीन गेम अंक हासिल किए। इनमें भारतीय जोड़ी ने एक अंक बचाया, लेकिन वे मार्कस और केविन को पहला गेम जीतने से नहीं रोक पाए। दूसरे गेम में शुरू में पिछड़ने के बाद सात्विक और चिराग ने वीडियो रेफरल अपने पक्ष में आने के बाद 6-6 से बराबरी की और फिर दोनों जोडि़यां 10-10 तक एक-दूसरे को टक्कर देती रहीं।

ब्रेक के समय मार्कस और केविन ने केवल एक अंक की बढ़त हासिल कर रखी थी। इंडोनेशिया की जोड़ी इसके बाद हावी हो गई और उसने 18-13 से बढ़त बना ली। इसके बाद उन्होंने जल्द ही चार मैच प्वाइंट हासिल किए और सात्विक के शॉट बाहर मारने के साथ ही वर्ष का सातवां खिताब अपने नाम किया।

इस बीच रियो ओलंपिक चैंपियन चीन के चेन लोंग ने इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को 21-19, 21-12 से हराकर पुरुष सिंगल्स का खिताब जीता।महिला वर्ग में कोरिया की किशोरी आन सी यंग ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन को 16-21, 21-18, 21-5 से पराजित करके सत्र का चौथा खिताब हासिल किया।

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