Exclusive: फर्जीवाड़े के शिकार हुए ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार

Exclusive story on Olympic wrestler Sushil Kumar स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआइ) के अध्यक्ष सुशील के फर्जी हस्ताक्षर करके उनकी ही संस्था के नियमों में बदलाव कर दिए गए। उनके कई अधिकार छीनकर सचिव व सीईओ राजेश मिश्रा को दे दिए गए हैं।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 07:00 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 07:00 PM (IST)
Exclusive: फर्जीवाड़े के शिकार हुए ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार
2012 में लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। 2008 में बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और 2012 में लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले देश के इकलौते पहलवान सुशील कुमार खुद ही फर्जीवाड़े का शिकार हो गए हैं। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआइ) के अध्यक्ष सुशील के फर्जी हस्ताक्षर करके उनकी ही संस्था के नियमों में बदलाव कर दिए गए। उनके कई अधिकार छीनकर सचिव व सीईओ राजेश मिश्रा को दे दिए गए हैं।

एसजीएफआइ के सहायक सचिव कन्हैया गुर्जर की फर्जीवाडे़ की शिकायत के बाद खेल मंत्रालय के अवर सचिव राजू बग्गा ने 12 नवंबर को सुशील और राजेश को पत्र लिखकर जवाब मांगा था। इस शिकायत के साथ एसजीएफआइ के संशोधित बाइलॉज की कॉपी देखकर दो ओलंपिक पदक जीतने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी सुशील के होश उड़ गए।

दैनिक जागरण के पास मौजूद कागजातों के अनुसार सुशील ने 26 नवंबर को राजेश को ईमेल लिखकर कहा कि मुझे पता चला है कि अध्यक्ष की जानकारी के बिना ही एसजीएफआइ के नियमों में बदलाव कर दिए गए। मैं आश्चर्यचकित हूं और ऐसा लगता है कि कागजों में मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर ऐसा किया गया है। एसजीएफआइ की किसी वार्षिक आम सभा (एजीएम) में इन नियमों को अनुमोदित नहीं कराया गया है। यह मेरे लिए गंभीर चिंता का विषय है।

कानूनी कार्रवाई शुरू करने से पहले मैं चाहता हूं कि जिसके खिलाफ शिकायत की गई है या जिसने भी मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए हैं उसको लेकर आप मुझे रिपोर्ट दें। इसके अगले दिन ही सचिव ने ईमेल किया कि मैं अस्पताल में भर्ती हूं और स्वस्थ होने के बाद आपको जवाब दूंगा। इसके बाद सुशील ने एसजीएफआइ के कार्यकारी सदस्यों को इस प्रकरण से अवगत कराया तो संस्था के कोषाध्यक्ष एसआर कर्ष ने भी हैरान करने वाला रहस्योद्घाटन किया कि संशोधित नियम के बारे में ना ही उन्हें कोई जानकारी है और ना ही उन्होंने इसमें हस्ताक्षर किए हैं।

यह संस्था आगरा के शाहगंज स्थित राधाबल्लभ इंटर कॉलेज के पते पर उत्तर प्रदेश सोसाइटी एक्ट के तौर पर रजिस्टर्ड है और राजेश मिश्रा इसी कॉलेज के प्रधानाचार्य भी हैं। सूत्रों के मुताबिक सुशील ने सोमवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू से भी मुलाकात की। रिजिजू भी खेल मंत्रालय से हाल ही में दोबारा मान्यता पाई इस संस्था में हुए इतने बड़े फर्जीवाड़े से हैरान रह गए। जल्द ही इसको लेकर एफआइआर हो सकती है और खेल मंत्रालय भी जरूरी कदम उठाएगा। इसको लेकर राजेश मिश्रा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनके तीनों फोन स्विच ऑफ हैं।

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