टोकन लेकर धान बेचने को यहां-वहां भटक रहे सुंदरगढ़ के 5820 किसान

सुंदरगढ़ जिले के बणई अनुमंडल में टोकन पाने के बाद भी किसानों का धान लैंपस में नहीं खरीदा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Feb 2021 08:10 PM (IST) Updated:Thu, 04 Feb 2021 08:10 PM (IST)
टोकन लेकर धान बेचने को यहां-वहां भटक रहे सुंदरगढ़ के   5820 किसान
टोकन लेकर धान बेचने को यहां-वहां भटक रहे सुंदरगढ़ के 5820 किसान

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के बणई अनुमंडल में टोकन पाने के बाद भी किसानों का धान लैंपस में नहीं खरीदा जा रहा है। इस कारण 5820 किसान अपनी उपज नहीं बेच पाए हैं। मंडी में धान खरीदने के लिए मिलर भी नहीं पहुंच रहे हैं जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

बणई अनुमंडल के विभिन्न ब्लाक में स्थित 13 लैंपस एवं राजामुंडा आरसीएमएस में कुल 10,998 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। राज्य आपूर्ति विभाग की ओर से इन किसानों को धान लेकर लैंपस में बिक्री के लिए टोकन भी जारी किया गया है। पिछले साल किसानों का धान लेने के लिए विद्या राइस मिल, एसआर एग्रो, जगन्नाथ राइस मिल एवं जगन्नाथ फूड को स्वीकृति मिली थी। इस साल पहली बार संबलपुर जिले के आरबी, मां मंगला, जेबीएस, अंबिका व चौधरी राइस मिल को भी स्वीकृति दी गई है। कुल नौ राइस मिल को नौ लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य दिया गया था। दो महीने के अंदर पंजीकृत किसानों में से 5,178 ने विभिन्न मंडी में जाकर 3,01,274 क्विंटल धान बेचा। लेकिन अभी 5,820 किसान धान नहीं बेच पाए हैं। 15 दिनों के अंदर 29 धान मंडी में खुटगांव, जर्डा, भालू डुंगरी, दलइकेला, बणईगढ़, जकेइकेला, तेंडरा, रुगुड़ा मंडी में मिलर नहीं आ रहे हैं जिससे धान बिक्री के लिए जाने वाले किसान निराश लौट रहे है। इस संबंध में किसानों की ओर से बणई के उपजिलापाल एवं सहकारिता समूह के सहायक निबंधक को भी लिखित रूप से जानकारी दी गई है। जिला आपूर्ति विभाग की ओर से 19 मंडी को 37,700 क्विंटल धान खरीदने की अनुमति मिली है जिसे अनुमंडल के किसान कम बता रहे हैं।

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