गंगाधर मेहेर विवि में मनी तुलसी दास जयंती
गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग की ओर से रामचरित मानस के रचयिता
संसू, संबलपुर : गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग की ओर से रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसी दास की जयंती मनायी गई। अपने अध्यक्षीय संबोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. सदन कुमार पाल ने कहा कि तुलसी दास ने रामचरित मानस में धर्म, समाज, परिवार, राजनीति, संस्कृति, भाषा, भाव सभी में समन्वय दिखा जो कि आज तक किसी दूसरी रचना में उपलब्ध नहीं है। डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि तुलसी जी ने जीने की कला सिखाया है। परंपरा, संस्कृति को अपना कर उनके बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी है। डॉ. ज्योति मिश्रा ने कहा कि तुलसी ने तत्कालीन स्थिति को अपनी रचना में उतारा है। वह लालच, लोभ में कभी नहीं आए। उनका हृदय किसी संकीर्णता में बंधा नहीं है। इसके अलावा अन्य अतिथियों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।