भाई और मामा ने घनश्याम की दी थी बलि
लापता नाबालिग का सिर कटा शव मिलने के बाद जिस बलि की आशंका की जा रही थी आखिरकार वह सच साबित हुई है।
संसू, संबलपुर : लापता नाबालिग का सिर कटा शव मिलने के बाद जिस बलि की आशंका की जा रही थी आखिर वह सच साबित हुई। पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना का पर्दाफाश करते हुए शनिवार को मृत नाबालिग घनश्याम रणा के रिश्ते के भाई शोभावान रणा और मामा कुंज रणा को चाकू और बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने घनश्याम का अपहरण कर उसकी बलि चढ़ायी थी।
बलांगीर जिला के टिटिलागढ़ के एसडीपीओ सरोज महापात्र समेत ¨सधेकेला थानाधिकारी रंजन बरिहा और टिटिलागढ़ थानाधिकारी प्रभात रंजन महांती ने शनिवार शाम को बताया कि नौ वर्षीय घनश्याम रणा की बलि मां दुर्गा को प्रसन्न कर मनोकामना पूर्ति के लिए दी गई थी। घटना 13 अक्टूबर की शाम को हुई थी। ¨सधेकेला थाना अंतर्गत सूंढीमुंडा गांव के रणापाड़ा में सपरिवार रहने और अंडे की दुकान चलाने वाले हीरा रणा का नौ वर्षीय पुत्र घनश्याम उर्फ मिथुन सौदा खरीदने घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। अगले दिन उसके लापता होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी गई थी। इसके दो दिन बाद 16 अक्टूबर को गांव के समीप उदेई नदी के तट से रेत में दफन घनश्याम का सिर कटा शव बरामद हुआ था। बाद में सिर भी बरामद कर लिया गया था। इसी के बाद घनश्याम की बलि चढ़ाई जाने की आशंका की जा रही थी जो सच साबित हुई। पुलिस के अनुसार मृत नाबालिग घनश्याम के रिश्तेदार शोभावान रणा मामा कुंज रणा ने मिलकर 13 अक्टूबर की शाम बच्चे को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए थे और उदेई नदी के किनारे उसकी बलि चढ़ा दी और शव को नदी के तट पर दफना दिया था। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी शोभावान अपने पत्नी और दो बेटों के साथ रहता है। उसके दोनों बेटे बारबार बीमार पड़ता रहता है। इसी को लेकर वह तंत्र-मंत्र पर विश्वास करता था और अपने रिश्तेदार कुंज रणा, जो तंत्र मंत्र जानता है और उससे सलाह किया तब कुंज ने मानव बलि चढ़ाने की सलाह दी थी। इसी के बाद दोनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।