गंगाधर मेहेर विवि में बनेगा अत्याधुनिक प्रेक्षालय

पश्चिम ओडिशा के शैक्षिक संस्थानों में से एक गंगाधर मेहेर विश्ववि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 10:19 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 10:19 PM (IST)
गंगाधर मेहेर विवि में बनेगा अत्याधुनिक प्रेक्षालय
गंगाधर मेहेर विवि में बनेगा अत्याधुनिक प्रेक्षालय

जागरण संवाददाता, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा के शैक्षिक संस्थानों में से एक गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय के लिए एक अत्याधुनिक प्रेक्षालय का सपना शीघ्र ही साकार होने वाला है। इसके निर्माण के लिए 12 करोड़ 41 लाख रुपये खर्च का आकलन किया गया है। माना जा रहा है कि इस वर्ष इस प्रस्तावित प्रेक्षालय के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। वर्ष 1944 में गंगाधर मेहेर महाविद्यालय के नाम से शुरू पश्चिम ओडिशा के इस प्रमुख शैक्षिक संस्थान को वर्ष 2015 में विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद से इसकी उन्नति के लिए प्रयास जारी है।

वर्तमान शैक्षिक संस्थान में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की संख्या करीब छह हजार है। पुरुष एवं महिलाओं के कई हॉस्टल, पुस्तकालय आदि है लेकिन सुविधा संपन्न प्रेक्षालय में कमी खटक रही थी। इसी को लेकर एक वर्ष पहले विश्वविद्यालय परिसर में अत्याधुनिक प्रेक्षालय की परिकल्पना करने समेत भूमि पूजा भी किया गया था। प्रस्तावित प्रेक्षालय के लिए से फायर कंसल्टेंट संस्था ने डिजाइन तैयार किया है। जिसे निर्माण विभाग, विश्वविद्यालय प्रबंधन और जिला प्रशासन की मंजूरी मिल चुकी है। पश्चिम ओडिशा विकास परिषद भी इस परियोजना के लिए अनुदान राशि देने पर राजी है और पहली किस्त मंजूर भी कर लिया है।

संबलपुर पथ व गृह डिवीजन-1 के निर्वाही अधिकारी अभियंता गौरांग चरण साहु और सहायक निर्वाही अभियंता कल्लेल प्राधन प्रस्तावित निर्माण स्थल का निरीक्षण कर चुके हैं। बताया गया है कि प्रस्तावित अत्याधुनिक प्रेक्षालय का निर्माण विश्वविद्यालय के बास्केटबॉल कोर्ट के स्थान पर निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कुल 47 हजार 200 वर्गफुट भूमि का उपयोग किया जाएगा। जिसके 20 हजार 611 वर्गफुट में अत्याधुनिक प्रेक्षालय होगा और 15 हजार वर्गफुट में पार्किंग और बगीचा होगा। प्रेक्षालय केंद्रीय वातानुकूलित होगी और इसमें 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था, प्रोजेक्टर, साउंड-लाइट होगा। टेंडर प्रक्रिया शेष होने के बाद कार्यादेश जारी किया जाएगा और निर्माणाधीन 18 महीने में संपूर्ण कराया जाएगा।

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