हृदयरोग विशेषज्ञ बनना चाहता है राउरकेला टॉपर स्मृति स्वरूप

सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा में गुरुनानक पब्लिक स्कूल सेक्टर-21 से 99.7 अंक लेकर राउरकेला में अव्वल स्मृति स्वरूप बिस्वाल मेडिकल की पढ़ाई करने के साथ हृदय रोग विशेषज्ञ बनकर समाज की सेवा करना चाहता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:46 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:46 PM (IST)
हृदयरोग विशेषज्ञ बनना चाहता है राउरकेला टॉपर स्मृति स्वरूप
हृदयरोग विशेषज्ञ बनना चाहता है राउरकेला टॉपर स्मृति स्वरूप

जासं, राउरकेला : सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा में गुरुनानक पब्लिक स्कूल सेक्टर-21 से 99.7 अंक लेकर राउरकेला में अव्वल स्मृति स्वरूप बिस्वाल मेडिकल की पढ़ाई करने के साथ हृदय रोग विशेषज्ञ बनकर समाज की सेवा करना चाहता है। बिना परीक्षा के मिले अंक पर उसने संतोष प्रकट किया है तथा इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं गुरुजनों को दिया है।

रेलवे कालोनी के मधुसूदन पल्ली बस्ती निवासी तथा नया बस्ती बिसरा प्राइमरी स्कूल के शिक्षक उल्लास कुमार बिस्वाल एवं कुकड़ा अपर प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका सत्यभामा के इकलौते पुत्र स्मृति स्वरूप ने गणित, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी, ओड़िया व कंप्यूटर में पूरे सौ अंक प्राप्त किए हैं। विज्ञान में 98 अंक मिले हैं। उसने भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान व गणित लेकर 12वीं में डीएवी स्कूल बसंती कालोनी में दाखिला लिया है। इसके साथ ही परीक्षित इंस्टीट्यूट से कोचिग लेकर नीट की तैयारी कर रहा है। दो साल का समय है एवं इसमें कक्षा के साथ साथ मेडिकल के लिए भी तैयारी करने की बात स्मृति स्वरूप ने कही है। बताया कि 10वीं बोर्ड के लिए पूरी तरह से तैयारी की थी एवं इसके लिए यू-ट्यूब पर पढ़ाई के साथ साथ ट्यूशन भी लिया था। परीक्षा होती तो भी 98 प्रतिशत से अधिक अंक लाने की उम्मीद थी क्योंकि कक्षा में आरंभ से ही अच्छे अंक मिले थे। परीक्षा की तैयारी में माता पिता भी काफी मेहनत कर रहे थे। गणित का नियमित अभ्यास कराते थे। सुंदरगढ़ जिले में मंदिरों को खोलने के लिए पहल हो : विहिप : सुंदरगढ़ जिले में मंदिर तथा धार्मिक स्थल कोरोना संक्रमण के चलते बंद रखे गए हैं। अब संक्रमण कम हुआ है एवं जिलापाल को इन्हें खोलने की क्षमता दी गई है। ऐसे में मंदिरों को शीघ्र खोलने के लिए पहल करने का अनुरोध विहिप नेता शांतनु कुसुम ने किया है। सावन के महीने में हर शिव भक्त मंदिर में जाकर जलाभिषेक करना चाहता है। मंदिर खुलने व पूजा करने को लेकर उनमें बेचैनी है। धार्मिक स्वतंत्रता प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार होने के कारण जिला प्रशासन को इस दिशा में शीघ्र पहल करने का अनुरोध शांतनु कुसुम ने किया है। उन्होंने लोगों की भावना का सम्मान करते हुए जिलापाल का ध्यान आकृष्ट किया है।

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