ईवीएम व विश्वासघात ने दिलायी शिकस्त : जार्ज तिर्की

आदिवासी नेता तथा कांग्रेस के सुंदरगढ़ संसदीय सीट से पराजित उम्मीदवार जार्ज तिर्की ने अपनी हार के लिए ईवीएम ओर विश्वासघात को कारण बताया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Jun 2019 05:14 AM (IST) Updated:Thu, 06 Jun 2019 06:46 AM (IST)
ईवीएम व विश्वासघात ने दिलायी शिकस्त : जार्ज तिर्की
ईवीएम व विश्वासघात ने दिलायी शिकस्त : जार्ज तिर्की

जागरण संवाददाता, राउरकेला : आदिवासी नेता तथा कांग्रेस के सुंदरगढ़ संसदीय सीट से पराजित उम्मीदवार जार्ज तिर्की ने अपनी हार का कारण ईवीएम व कांग्रेस के नेताओं के विश्वासघात को बताया। बुधवार को स्थानीय एक होटल में मीडिया से मुखातिब जार्ज ने कहा कि जिस तरह के नतीजे आए वह चौंकानेवाले हैं। यह बिल्कुल हजम नहीं किया जा सकता। क्योंकि यह वह परिणाम है ही नहीं। ईवीएम पर उन्होंने सवाल खड़े किए और बताया कि कांग्रेस की स्थिति इस चुनाव में बेहद मजबूत थी। इसके बावजूद हार का सामना करना पड़ा, इतना ही नहीं जिस तरह से भाजपा के जुएल ओराम को 5.56 लाख वोट मिले वह आसानी से किसी के गले नहीं उतर रहा। उन्होंने बगैर नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिश्वाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी एक बेटी बीजद के टिकट से सुंदरगढ़ संसदीय सीट का चुनाव लड़ रही थी तो दूसरी बेटी सुंदरगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर। उन्होंने किस तरह से प्रचार कार्य किया होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि यह सारी बातें उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समक्ष रखी हैं। फैक्ट फाइंडिग कमेटी में वह सदस्य हैं लिहाजा अपनी रिपोर्ट भी देंगे। उन्हें भरोसा है कि पार्टी कार्रवाई करेगी। यह केवल सुंदरगढ़ जिले की बात नहीं है पूरे देश में इसी तरह की स्थिति देखी गई। जार्ज के साथ बीरेन सेनापति, प्रशांत सेठी व जार्ज के पुत्र रोहित जोसेफ तिर्की मौजूद थे।

अपनी नाकामी का ठीकरा मुझपर फोड़ते हैं सभी : जार्ज ने कहा कि उन्हें जिस तरह से विकास विरोधी बताकर बदनाम किया जाता है उसमें कोई सच्चाई नहीं है। ब्राह्माणी ब्रिज के निर्माण के लिए धरना दिया। उनकी मांग यह थी कि जहां ब्रिज है वहीं पर बनाया जाए। इसका मार्ग बदलने पर आपत्ति थी, जो जायज है। इसी तरह महानगर निगम में दक्षिण राउरकेला, हमीरपुर, लुआकेरा, जगदा आदि के शामिल होने का कभी विरोध नहीं किया। जबरन अधिसूचित इलाकों को शामिल करने का विरोध किया है। विरोध जायज था। इसीलिए हाईकोर्ट ने भी स्थगनादेश जारी किया। सवाल तो राज्य सरकार से पूछा जाना चाहिए कि सरकार हाइकोर्ट क्यों नहीं गई? दरअसल इस तरह की बात इसलिए उछाली गई है ताकि मुझे निशाना बनाकर बदनाम किया जाए। मैं तो विकास के लिए लड़ने वाला इंसान हूं।

कमजोर संगठन के कारण हारी कांग्रेस : कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक प्रभात महापात्र ने सुंदरगढ़ जिले में लोकसभा व विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए भीतरघात के आरोप को बेमानी बताया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने भीतरघात किया भी होगा तो वह एक से दो फीसद ही होगा। इससे चुनाव परिणाम में फर्क नहीं पड़ता। यहां कांग्रेस की हार का कारण संगठन का दुर्बल होना है। बुधवार को सेक्टर-4 में मीडिया से बातचीत में प्रभात महापात्र ने कहा कि हम बूथ स्तर से लेकर जिला कमेटी का गठन करने में विफल रहे। उन्होंने नाम लिए बगैर पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल की दो पुत्रियों में एक बीजद और दूसरी कांग्रेस से प्रत्याशी होने को लेकर भी निशाना साधा। मजाकिया लहजे में कहा कि अब भीतरघात को लेकर संगठन में अनुशासन व कार्रवाई की बात हो रही है, लेकिन ऐसा न हो कि अनुशासन के नाम पर दल को ही खत्म कर दिया जाए।

पीएम मोदी पर विश्वास से मिली जीत : कांग्रेस नेता जार्ज तिर्की द्वारा जिले में ईवीएम टैंपरिग से पांच लाख वोट भाजपा उम्मीदवार जुएल ओराम को मिलने की बात को भाजपा के प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति ने गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राउरकेलावासियों के लिए चार वादे किए थे। इसमें पानपोष में द्वितीय ब्राह्माणी पुल, राउरकेला से हवाई सेवा, आइजीएच को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तथा बारकोट से बीरमित्रपुर तक फोरलेन सड़क निर्माण कराना था। प्रधानमंत्री के प्रयास से चारों मांगें पूरी होने के साथ काम शुरू है। इसी कारण जनता ने पीएम मोदी पर विश्वास करते हुए भाजपा को चुना। सेनापति ने कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर कांग्रेस नेता आधारहीन बयानबाजी कर रहे हैं। जिले में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने में भाजपा द्वारा आयोग को पूरी तरह से सहयोग किया गया।

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