वर्तमान में कास्ट एकाउंटिंग का अधिक महत्व : सीईओ

इंस्टीट्यूट ऑफ कास्ट एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) राउरकेला शाखा का स्वर्ण जयंती समारोह सिविक सेंटर में आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Feb 2020 11:53 PM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 06:22 AM (IST)
वर्तमान में कास्ट एकाउंटिंग का अधिक महत्व : सीईओ
वर्तमान में कास्ट एकाउंटिंग का अधिक महत्व : सीईओ

जागरण संवाददाता, राउरकेला : इंस्टीट्यूट ऑफ कास्ट एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) राउरकेला शाखा का स्वर्ण जयंती समारोह सिविक सेंटर में आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि राउरकेला इस्पात संयंत्र के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक चटटराज ने कहा कि राउरकेला में वर्तमान में कास्ट एकाउंटिग का काफी महत्व है। 50 साल पहले इसकी शुरुआत की गयी थी। जिन लोगों ने इसकी शुरुआत की थी उनका प्रयास प्रशंसनीय है। सम्मानित अतिथि आइसीएआइ के आंचलिक चैप्टर एवं संयोजन कमेटी के अध्यक्ष एच पद्मनाभ ने स्वर्ण जयंती समारोह आयोजन के लिए राउरकेला शाखा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट को सामाजिक दायित्व भी लेने की जरूरत है। उन्होंने संस्थापकों का उल्लेख करते हुए आगामी कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। आइसीएआइ के काउंसिल मेंबर व प्रत्यक्ष कर कमेटी के अध्यक्ष निरंजन मिश्र ने पूर्वांचल जोन के राउरकेला चैप्टर की सफलता की प्रशंसा की तथा देश के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी शाखा स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने राउरकेला शाखा को विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त होने की जानकारी दी। राउरकेला शाखा के अध्यक्ष सीएमए प्रवीण ने शाखा के इतिहास का जिक्र किया। कहा कि 1996 में इसकी स्थापना की गई थी। उन्होंने राउरकेला इस्पात संयंत्र से मिले सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में आयकर कोलकाता के प्रमुख देवेंद्र नारायण कर, राउरकेला केंद्रीय उत्पाद शुल्क व जीएसटी आयुक्त विजय ऋषि, नई दिल्ली के मुस्ताक अहमद मीर, श्रीश्री विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. केसी मिश्र शामिल थे। आरआर षाड़ंगी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इसमें उपाध्यक्ष एनके नंद, सचिव एससी साहू, कोषाध्यक्ष पीसी साहू आदि लोगों ने अहम भूमिका निभाई।

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