गंगा आरती की तर्ज पर ब्राह्माणी नदी की आराधना

मारवाड़ी महिला सम्मेलन सुंदरगढ़ शाखा की ओर से पिछले पांच सालों से आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम के लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी इसमें भाग लिया। शाम साढ़े चार बजे पानपोष चौक के पास रिवर फ्रंट में इसका आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। संगठन की अध्यक्ष वंदना टिबड़ेवाल ने कहा कि हमारी नदियां जीवनदायिनी हैं। जल के सदुपयोग का संदेश हम अपने अलग-अलग त्यौहारों से देते हैं। इन त्यौहारों से प्रकृति के जुड़ाव को समझने की जरुरत है। प्रकृति के समीप रहना ही प्रकृति की आराधना है जिससे स्वस्थ व निरोग रहा जा सकता है। देव दीपावली व कार्तिक पूर्णिमा इन्हीं बातों को दर्शाता है। दीप हमें अंधकार से उजाले की ओर ले जाता है। आरती व आराधना के बाद इको फ्रैंडली आतिशबाजी व प्रसाद वितरण के साथ पूजा का समापन किया गया। निगम करे हम भी सहयोग देंगे आयोजन की पूर्व सूचना

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 11:57 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 06:20 AM (IST)
गंगा आरती की तर्ज पर ब्राह्माणी नदी की आराधना
गंगा आरती की तर्ज पर ब्राह्माणी नदी की आराधना

जागरण संवाददाता, राउरकेला : बनारस एवं हरिद्वार में गंगा आरती की तर्ज पर मंगलवार को ब्राह्माणी संगम की आराधना की गयी। कार्तिंक पूर्णिमा व देव दीपावली के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में पश्चिमांचल की डीआइजी कविता जालान ने भी भाग लिया और श्रद्धालुओं के साथ मिलकर आरती की। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन सुंदरगढ़ शाखा की ओर से पिछले पांच साल से आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम की कई दिन से तैयारियां चल रही थी। विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी इसमें भाग लिया। शाम साढ़े चार बजे पानपोष चौक के पास रिवर फ्रंट में इसका आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया।

संगठन की अध्यक्ष वंदना टिबड़ेवाल ने कहा कि हमारी नदियां जीवनदायिनी हैं। जल के सदुपयोग का संदेश हम अपने अलग-अलग त्योहार से देते हैं। इन त्योहार से प्रकृति के जुड़ाव को समझने की जरूरत है। प्रकृति के समीप रहना ही प्रकृति की आराधना है जिससे स्वस्थ व निरोग रहा जा सकता है। देव दीपावली व कार्तिक पूर्णिमा इन्हीं बातों को दर्शाता है। दीप हमें अंधकार से उजाले की ओर ले जाता है। आरती व आराधना के बाद इको फ्रैंडली आतिशबाजी व प्रसाद वितरण के साथ पूजा का समापन किया गया।

निगम करे हम भी सहयोग देंगे: आयोजन की पूर्व सूचना देकर महानगर निगम से यहां पर साफ-सफाई के लिए आवेदन दिया गया था। जिस पर सफाई हुई भी। लेकिन नाकाफी दिखने के कारण मौके पर आयोजकों सहित विभिन्न संगठनों की ओर से अपील की गयी कि त्योंहारों तक इस साफ-सफाई को सीमित नहीं रखकर इसे सालों भर किया जाए। इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए हम सभी तैयार हैं। डीआइजी कविता जालान ने इसमें अपना योगदान देने का भरोसा दिया। गंगा आरती के आयोजन में संगठन की मेघा अग्रवाल, संजु अग्रवाल, निशि भजिका, नेहा अग्रवाल, चंद्रा बंसल ने मुख्य भूमिका निभायी। अन्य सदस्यों ने भी इसमें सहयोग किया।

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