जिले में 40 दिनों में मात्र 3802 नमूनों की जांच

सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 27 तक पहुंच गई है। 13 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 14 का कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 May 2020 11:56 PM (IST) Updated:Thu, 21 May 2020 06:14 AM (IST)
जिले में 40 दिनों में मात्र 3802 नमूनों की जांच
जिले में 40 दिनों में मात्र 3802 नमूनों की जांच

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 27 तक पहुंच गई है। 13 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 14 का कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिले में जनसंख्या के अनुपात में नमूनों की जांच की गति काफी धीमी है। 40 दिनों में यानी 17 मई तक केवल 3802 नमूनों का ही परीक्षण हो पाया है।

राउरकेला में कोविड अस्पताल का निर्माण होने के बाद यहां जांच की सुविधा नहीं थी एवं यहां से नमूने संग्रह कर भुवनेश्वर के आइसीएमआर में भेजा जाता था। राज्य सरकार की पहल पर 17 अप्रैल से राउरकेला के इस्पात जनरल अस्पताल में नमूनों की जांच शुरू की गई। इसके बाद जांच में तेजी आने के साथ संक्रमित मरीजों की शीघ्र पहचान एवं इलाज होने की उम्मीद थी पर इसमें तेजी नहीं आई है। 11 अप्रैल को जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव सामने आया था। इसके बाद कंटेनमेंट जोन क्षेत्र के अलावा क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों के नमूने संग्रह कर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। जैसे जैसे रिपोर्ट आ रही है वैसे वैसे रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अन्य जिलों की तुलना में यहां नमूनों की जांच की गति धीमी है। 17 मई तक गंजाम में 6,632, जाजपुर में 10621, बालेश्वर में 9843, भद्रक में 5539, खोद्र्धा में 16,481, कटक में 5,720 लोगों के नमूनों की जांच हो चुकी है पर सुंदरगढ़ जिले में मात्र 3,802 नमूनों की ही जांच हो पाई है। जिले में तीन स्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था जिनमें से बिसरा कोरोना मुक्त हो चुका है तथा कंटेनमेंट जोन से बाहर हो गया है। अब राउरकेला और बणई के क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में हैं।

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