तीन माह के मासूम की मौत, हंगामा

राउरकेला के वार्ड नंबर-9 मालगोदाम एफसीआइ बस्ती में तीन माह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 May 2018 06:38 PM (IST) Updated:Thu, 10 May 2018 06:38 PM (IST)
तीन माह के मासूम की मौत, हंगामा
तीन माह के मासूम की मौत, हंगामा

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला के वार्ड नंबर-9 मालगोदाम एफसीआइ बस्ती में तीन माह के दुधमुंहे बच्ची की मौत हो गई। उसे बुधवार को स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्र में पेंटा व रोटा-2 इंजेक्शन दिया गया था। बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गलत इंजेक्शन देने के कारण बच्ची की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी पीके मिश्र की अगुआई में पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पूछताछ में आंगनबाड़ीकर्मी ने बताया कि जिस एएनएम ने बच्ची को इंजेक्शन दिया था उससे वह बात करने का प्रयास कर रही है लेकिन मोबाइल स्विच था। किसी तरह उस तक सूचना पहुंची और उसने मौके पर पहुंचकर जांच टीम को विस्तार से पूरे घटना की जानकारी दी। इधर, घटना के खिलाफ बस्तीवासियों ने जमकर हंगामा मचाया। बस्तीवासियों के समर्थन में युवा बीजद के अध्यक्ष सुभाष स्वांई, महिला नेता मिनती देवता, भाजपा की रीता ¨सह सहित अन्य खड़े हो गए और तत्काल जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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आंगनबाड़ी केंद्र के खिलाफ गुस्साए बस्तीवासी : बस्तीवासियों में आंगनबाड़ी केंद्र के खिलाफ काफी गुस्सा है। उनका कहना है कि केंद्र में किसी सवाल का जवाब नहीं दिया जाता। किसी दवा या इंजेक्शन के बारे में पूछने पर भी कोई कुछ नहीं कहता। एएनएम व आंगनबाड़ी कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की।

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इंजेक्शन लेने के बाद तबीयत बिगड़ी : पेशे से चालक सरजू साहु की तीन महीने की बेटी सोनम उर्फ पीहू को बुधवार के दिन मालगोदाम आंगनबाड़ी केंद्र-2 में इंजेक्शन दिया गया था। जिसके बाद उसे बुखार आ गया। किसी तरह उसे शांत कराकर मां खुशबू ने सुला दिया। इसके बाद डेढ़ घंटे बाद शरीर में कोई हरकत नहीं देखकर उसने शोर मचाया और पड़ोसियों को एकत्र किया। बच्ची को तत्काल राजस्थान सेवा सदन अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।

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फोरेंसिक टीम ने भी की जांच : घटना की जांच में फोरेंसिक विभाग की टीम को भी लगाया गया है। जिसने आंगनबाड़ी सहित अन्य साक्ष्यों को खंगाला। इंजेक्शन के नमूनों को भी संग्रह किया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ होगी।

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बच्ची की मौत के बाद मां की हालत बिगड़ी : बच्ची की मौत के बाद उसकी मां खुशबू की हालत बिगड़ गयी। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिवार का पहला बच्चा सोनम थी।

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मामले की जांच चल रही है। दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है। आंगनबाड़ी के रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों को कब्जे में लिया गया है। जांच के बाद पता चलेगा कि किसकी वजह से यह हुआ है।

- पीके मिश्र, डीएसपी, राउरकेला पुलिस

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घटना की निष्पक्ष जांच की जाए। अगर गलत इंजेक्शन लगाया गया है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि ऐसी घटना दोबारा नहीं हो।

- सरजु साहु, पिता।

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हमारा काम इंजेक्शन देना नहीं है। रजिस्टर में बच्चे का नाम-पता व विवरण अपडेट करना ही हमारा काम है। इंजेक्शन लगाना एएनएम का काम है। उन्होंने ही इंजेक्शन दिया है।

- साबित्री राणा, आंगनबाड़ी कर्मी।

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जो भी इंजेक्शन सप्लाई होता है वह पानपोष अनुमंडल अस्पताल पहुंचता है। वहां से तीन इलाकों में भेजा जाता है। जहां से एएनएम को यह इंजेक्शन मिलता है। हर इंजेक्शन में उत्पादन की तिथि, एक्पायरी डेट जरुर रहता है। इसे देखकर ही इंजेक्शन दिया जाता है।

- डॉ. पुष्पा मित्रा मिश्र, डिस्ट्रिक्ट अर्बन पब्लिक हेल्थ आफिसर।

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