बाल वधू बनने से बचा ली गई किशोरी

बाल विवाह के खिलाफ सरकार ने सख्त कानून बना रखा है। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से इसे लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि इस कुप्रथा को खत्म किया जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 09:51 PM (IST) Updated:Thu, 16 May 2019 08:24 AM (IST)
बाल वधू बनने से बचा ली गई किशोरी
बाल वधू बनने से बचा ली गई किशोरी

संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा: बाल विवाह के खिलाफ सरकार ने सख्त कानून बना रखा है। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से जागरूकता भी फैलायी जा रही है ताकि बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोका जा सके। लेकिन इसके बाद भी इस कुप्रथा को पूरी तरह से समाप्त नहीं किया जा सका है। ऐसा ही बाल विवाह का एक मामला नगर में सामने आया है। इसकी सूचना मिलने के बाद चाइल्ड लाइन ने यह विवाह रोकने समेत नववधू के वेश में 14 वर्षीय किशोरी को बरामद किया है। लेकिन आरोपित दूल्हा व उसका परिवार फरार है। बलांगीर जिले की नौवीं कक्षा की छात्रा से एक युवक का गुपचुप तरीके से झारसुगुडा में विवाह कराया जा रहा था। इसकी सूचना चाइल्ड लाइन, झारसुगुड़ा के संयोजक आशीष कुमार पंडा तक पहुंच गई। उन्होंने तत्काल बाल विवाह विरोध अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बाल कल्याण अधिकारी, जिला पुलिस को घटना की सूचना दी। इसके बाद इस विवाह रोकने एक संयुक्त टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने पहले जूनाडीही स्थित विवाह स्थल राधाकृष्ण मंदिर में दबिश दी। लेकिन इसकी भनक लगने से वे लोग फरार हो गए। दूल्हे के घर में भी ताला लगा पाया गया। इसके बाद पुलिस ने दूल्हे के पिता का मोबाइल फोन ट्रैक किया तो उनके झारसुगुड़ा के एच-कांटापाली में होने की बात पता चली। वहां पर दबिश देकर उक्त किशोरी को बरामद किया गया। लेकिन दूल्हा व उसके परिवार के कई सदस्य फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में दूल्हे के बड़े भाई को हिरासत में रखकर जांच जारी रखी है। किशोरी को शेल्टर होम में रखा गया है। इस छापेमारी में सीडीपीओ सुनंदा महाराणा, इंस्पेक्टर सुचिस्मिता महंती, सीडब्ल्यूसी सदस्य अहिल्या नायक आदि लोग शामिल थे।

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