'उड़ान' की कोई सीमा नहीं होती

जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : शनिवार को पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे होटल मेघदूत के सभा कक्ष में झारस

By Edited By: Publish:Sat, 04 Jul 2015 07:22 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2015 04:03 AM (IST)
'उड़ान' की कोई सीमा नहीं होती

जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा :

शनिवार को पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे होटल मेघदूत के सभा कक्ष में झारसुगुड़ा जेसीआइ संस्कृति की ओर से दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम उड़ान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में झारसुगुड़ा विधायक नव किशोर दास उपस्थित थे।

श्री दास ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'उड़ान' का अर्थ है किसी भी किस्म की कोई पाबंदी नही होना। किसी भी कार्यक्रम का उद्देश्य मूलत: मानवता का विकास होना चाहिए। क्योंकि मानव व मानवत्ता का विकास के बिना देश राज्य व समाज का विकास अधूरा होता है। श्री दास ने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। झारसुगुड़ा में संस्कृति व परंपरा बसती है। जेसीआइ जोन-9 के अध्यक्ष मनीष कुरजकर ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए झारसुगुड़ा जेसीआइ संस्कृति की अध्यक्षा व सभी सदस्यों को विशेष धन्यवाद अर्पण किया। जेसीआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी. सुब्रमन्यम ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि जेसीआइ का मूल उद्देश्य लोगों में व्यक्तित्व का विकास करना है। जब तक हम स्वयं का विकास नहीं करेंगे तब तक दूसरों के व्यक्तित्व को कैसे विकास कर पाएंगे। सभा समारोह की अध्यक्षता जोन कोडीनेटर घनिष्ठा ¨सघल ने किया। उद्घाटन समारोह में जेसीआइ संस्कृति की सभी सदस्याएं, जेसीआइ झारसुगुड़ा के अध्यक्ष सुमीत साकुनिया, फाउंडर अध्यक्ष संजय लोधा, मनीष साह, मनोज बसंल, संजय सरबगी, सुधीर डिडवानिया समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

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