सत्ता में आए तो सप्ताहभर में हल कर देंगे राम मंदिर मामला

सत्ता में आए तो एक सप्ताह के अंदर अयोध्या में चल रहे श्रीराम मंदिर विवाद का समाधान कर दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Feb 2019 04:21 PM (IST) Updated:Sun, 24 Feb 2019 04:21 PM (IST)
सत्ता में आए तो सप्ताहभर में हल कर देंगे राम मंदिर मामला
सत्ता में आए तो सप्ताहभर में हल कर देंगे राम मंदिर मामला

जेएनएनए कटक : सत्ता में आए तो एक सप्ताह के अंदर अयोध्या में चल रहे श्रीराम मंदिर विवाद का समाधान कर दिया जाएगा। यह बात रविवार को कटक के ऐतिहासिक बालीयात्रा मैदान में प्रवीण तोगड़िया ने ंिहंदुस्तान निर्माण पार्टी, ओड़िशा शाखा के लाचिंग के मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।

इस मौके पर तोगड़िया ने देश के हालात, खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य एवं गरीबी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में करीब हर दिन 19 करोड़ लोगों को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही है। जबकि चंद मुट्ठी भर लोगों के पास देश का खजाना भरा पड़ा है और बागडोर भी उन्हीं के हाथ में है। तोगड़िया ने कहा कि अब तक जितनी भी सरकारें केंद्र में आयी हैं, केवल वायदा किया है। किसी ने वायदा पूरा नहीं किया है।

तोगडि़या ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पहले कई वादे किए थे मगर अभी तक वह वादा को पूरा नहीं कर सके हैं। इससे देश में लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वायदा किया था मगर वह रोजगार देने में विफल साबित हुई है। गुजरात के सूरत में कपड़ों की मिल बंद होने से वहा के व्यापारी एवं श्रमिकों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किसनों को अपनी उपज की सर्वनिम्न कीमत नहीं मिल रही है। नोटबंदी, जीएसटी जैसे निर्णय मोदी सरकार की सबसे बड़ी गलती है। इससे कई समस्या सामने आ रही है। वालमार्क जैसे संस्थानों को देश में कारोबार की इजाजत दी गई है। इससे देश में करीब 6 लाख छोटी दुकानें बंद हो जाएंगी। इससे व्यापारी एवं इन दुकानों में काम करने वाले लोग बेरोजगार हो जाएंगे। मोदी ने केंद्र में सत्ता संभालने के बाद कई गलत निर्णय लिए हैं। जम्मू काश्मीर में अलगाववादियों को सुरक्षा देना, 9 हजार पत्थरबाजों पर से मामले को वापस लेना, बिन बुलाए पाकिस्तान दावत पर जाना, तीन तलाक बिल लाना जैसी कई नीतिया जन विरोधी हैं। तोगडि़या ने बताया कि पिछले 6 महीने के अंदर देश के करीब 481 सैनिक जान गवाएं हैं। कहा कि पुलवामा घटना दुखदायक है मगर इसके लिए भी केंद्र सरकार की खामियां जिम्मेदार हैं।

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