NRC, CAA तथा NPR के प्रतिवाद में कटक में विशाल प्रदर्शन

ओडिशा के कटक में एनआरसी सीएए तथा एनपीआर के प्रतिवाद में विरोध प्रदर्शन किया गया इसमें कटक शहर के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Mon, 13 Jan 2020 03:08 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jan 2020 03:08 PM (IST)
NRC, CAA तथा NPR के प्रतिवाद में कटक में विशाल प्रदर्शन
NRC, CAA तथा NPR के प्रतिवाद में कटक में विशाल प्रदर्शन

कटक, जेएनएन। एनआरसी, सीएए तथा एनपीआर के प्रतिवाद में मुस्लिम एवं दलित सुरक्षा मंच के राज्य अध्यक्ष शेख मुमताकिन बख्स के नेतृत्व में कटक शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान बख्शी बाजार पोस्ट आफिस के सामने से रैली निकली गई जो कि उत्कलमणि गोपबंधु दास की प्रतिमूर्ति में माल्यार्पण करने के बाद मिशन रोड, सूता हाट, ओडि़आ बाजार, गंगा मंदिर, गौरीशंकर पार्क, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म स्थान मैदान में पहुंची जहां पर एक विशाल जनसभा आयोजित की गई।  

शेख मुमताकिन बख्स ने कहा है कि इस जनसभा में कटक शहर के हिंदू, मुस्लिम, सिख, क्रिश्चियन तमाम संप्रदाय के नेताओं के साथ में कटक शहर के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया और इस काले कानून के खिलाफ जो संविधान की धारा 14 एवं 15 का उल्लंघन कर जबरन लागू की गयी है, अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि एनआरसी लागू होने से सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि 14 करोड़ हिंदू भी प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में यह काला कानून है, जिसे वापस लेना होगा। आगामी 20 जनवरी को नेताजी के जन्म स्थान से और एक रैली निकाली जाएगी, जो कि कलेक्टर के जरिए सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति तथा ओडि़शा के मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया जाएगा।

बख्स ने कहा कि आज उद्योग बंद हो रहे हैं, लोगों के पास रोजगार नहीं है। उच्च शिक्षा प्रभावित हो रही है। जेएनयू, जामिया मिलिया जैसे उच्चस्तरीय शिक्षानुष्ठान के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं मगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। भारत देश की 133 करोड़ जनता ने वोट देकर अपना प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री चुना, मगर 133 करोड़ देशवासियों को पहले नागरिकता देने के बदले विदेशी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्ताओं को नागरिकता देना कहां तक जायज है। 

इससे साफ पता चला है कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश का एजेंट बनकर विदेशियों को भारत लाकर अपना सत्ता जमाना चाहते हैं। देशवासियों को कतार में लगाकर उनका दस्तावेज जांच करवाना चाह रहे हैं, जिसे हम लोग कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। देश को हम लोग बंटने नहीं देंगे। 

बख्स ने कहा कि देश वासियों को प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सबसे पहले अपना एवं अपने पिता की जन्म पत्रिका दिखाएं फिर बाद में देशवासियों से जन्म पत्रिका मांगे। देश को रोटी कपड़ा एवं मकान देने के बजाय हिन्दू मुस्लिम, पाकिस्तान बांग्लादेश का झगड़ा दे दिए हैं जो देश को तोडऩे का काम है। यही काम टुकड़े-टुकड़े गैंग का है जो देश के प्रधानमंत्री कर रहे हैं। इस अवसर पर मंच के महासचिव सुकांत सेठी, क्षिरेन्द्र बेहेरा, संदीप रथ, प्रद्युम्न चक्रवर्ती, शेख इकबाल, शेख सिद्दिक, हाफिज सदरूद्दीन, मौलाना नौसाद आलम, समीउल्ला तथा अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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