इस गांव में वाहन घुसने का रास्ता नहीं, खटिया पर लादकर मरीजों को ले जाते हैं परिजन

बच्चे के जन्म के बाद महिला की तबीयत खराब होने पर एम्बुलेंस बुलाई गई, रास्ता न होने के कारण एम्बुलेंस 3 किमी दूर खड़ी थी।

By BabitaEdited By: Publish:Thu, 09 Aug 2018 01:13 PM (IST) Updated:Thu, 09 Aug 2018 06:03 PM (IST)
इस गांव में वाहन घुसने का रास्ता नहीं, खटिया पर लादकर मरीजों को ले जाते हैं परिजन
इस गांव में वाहन घुसने का रास्ता नहीं, खटिया पर लादकर मरीजों को ले जाते हैं परिजन

भुवनेश्वर, जेएनएन। गांव में रास्ता न होने से एक बार फिर एक गर्भवती महिला को खटिया पर लादकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा है। घटना ओडि़शा के नवरंगपुर जिला उमरकोट थाना इलाके की है।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की सुबह झरिंगां ब्लाक अन्तर्गत कुटुरीछाप पंचायत स्थित दीपूभटा गांव में अमीय शाआंत की पत्नी हीरा को प्रसव पीड़ा हुई। रात में भारी बारिश को देखते हुए परिवार वालों ने गांव की ही कुछ महिलाओं द्वारा प्रसव कराने का प्रयास आरंभ किया गया।

किसी तरह से शिशु कन्या को महिला ने जन्म दिया, लेकिन शिशु कन्या के जन्म लेते ही मां हीरा की तबियत खराब हो गई। ऐसे में उसे अस्पताल ले जाने के लिए 108 नंबर पर एम्बुलेंस को फोन किया गया। गांव में रास्ता न होने से एम्बुलेंस 3 किमी दूर खड़ी थी। अमीय के घर के पास एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी। इसके बाद गांव के लोगों ने हीरा को खटिया के साथ ही एम्बुलेंस तक तीन किमी तक खटिया पर ढोक र ले गए।

यहां से उसे एम्बुलेंस में लिटाकर झरिगां मेडिकल ले जाया गया। हीरा की तबियत ज्यादा खराब होने से डाक्टरों ने उसे उमरकोट मेडिकल को स्थानान्तरित कर दिया, जहां पर फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। 

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